शौचालय न होने से खुले में शौच की मजबूरी
महराजगंज : प्रधानमंत्री स्वच्छ भारत अभियान को दिशा देने में लगे हैं, वहीं महराजगजं क्षेत्र में सुलभ
महराजगंज : प्रधानमंत्री स्वच्छ भारत अभियान को दिशा देने में लगे हैं, वहीं महराजगजं क्षेत्र में सुलभ शौचालय न होने से लोगों को खुले में शौच के लिए जाना पड़ता है। तहसील परिसर ही नहीं बल्कि पूरे महराजगंज कस्बे में सुलभ शौचालय की व्यवस्था नही है। शौच के लिए राहगीरों के अलावा वादकारी व फरियादियों को कस्बे से बाहर खुले में ही शौच के लिए जाना पड़ता है।
महराजगंज नगर पंचायत को आदर्श नगर पंचायत तक का दर्जा मिल चुका है। इस नगर पंचायत के कार्यो की सराहना भी मंचों से लोग करते दिखाई देते है लेकिन पूरे कस्बे में शौच के लिए एक भी सुलभ कांपलेक्स नही है। बीते दस वर्ष पूर्व बछरावा मार्ग स्थित तहसील गेट पर एक सुलभ कांपलेक्स का निर्माण कराया गया । जिसकी हालात दो वर्षों बाद ही बद से बदतर हो गई। यह कांपलेक्स अब सफाई कर्मियों का आवास बन कर रह गया है। इसके बाद वकीलो व फरियादियों की बार-बार मांग पर तहसील परिसर मे बीते पांच वर्ष बाद एक सुलभ कांपलेक्स बनाया गया जो तैयार होने के बाद आज तक शुरू नहीं हो सका। तहसील आने वाले वादकारी ,फरियादी व वकील खुले में ही शौच जाने को मजबूर है।
नहीं ले रहा कोई जिम्मेदारी
तहसील परिसर मे बने शौचालय की जिम्मेदारी भी कोई लेने वाला नहीे है। इसके पूर्व भी इस शौचालय का जिक्र जब अधिकारियो से किया गया तो उन्हे यह पता लागाना मुश्किल दिखा कि यह किस विभाग से बना है। और किसे जिम्मेदारी दी गई है। तहसील परिसर मे बना सुलभ शौचालय पूरी तरह से तैयार है। पांच वर्ष बाद भी शुरू नही कराया गया जिससे लोगों में आक्रोश भी व्याप्त है।