Move to Jagran APP

पांच लाख किसानों को नहीं मुआवजे का मरहम

केशव अग्निहोत्री , रायबरेली : सांसद सोनिया गांधी के क्षेत्र में किसानों को गेहूं की खराब हुई फसल क

By Edited By: Published: Tue, 01 Sep 2015 11:41 PM (IST)Updated: Tue, 01 Sep 2015 11:41 PM (IST)
पांच लाख किसानों को नहीं मुआवजे का मरहम

केशव अग्निहोत्री , रायबरेली : सांसद सोनिया गांधी के क्षेत्र में किसानों को गेहूं की खराब हुई फसल का मुआवजा पांच माह बाद भी नहीं मिल सका है। जबकि एक लाख किसानों को मुआवजा दिए जाने का सरकारी दावा किया जा रहा है। वहीं पांच लाख से ज्यादा किसानों को मुआवजा नहीं मिला है। सोनिया गांधी के क्षेत्र के अलावा जिले में सपा के पांच विधायक भी है। कई माह से किसानों को सिर्फ आश्वासन पर आश्वासन दिया जा रहा है।

loksabha election banner

जिले का अन्नदाता गेहूं नुकसान की भरपाई धान की फसल से करना चाहता था। लेकिन सूखे जैसे हालात ने धान की फसल पर भी प्रश्न चिन्ह लगा दिया है। चार से पांच माह की धान की फसल अभी दो माह की ही हुई है। किसानों को मुआवजा देने की घोषणा केंद्र व प्रदेश सरकार ने फरवरी मार्च में की थी। बाद में केंद्र सरकार ने भी राहत देने की घोषणा की थी। इसके बाद जिले में किसानों के नुकसान का आकलन हुआ था। पहले सरकार ने जिले में मात्र बारह से पंद्रह प्रतिशत नुकसान की बात कही थी। बाद में सोनिया की मांग पर नुकसान 33 प्रतिशत दिखाया गया।

सांसद ने ने प्रदेश सरकार से अपील की थी

फरवरी मार्च में क्षेत्र के दौरे पर आईं सांसद सोनिया गांधी ने भ्रमण कर किसानों की खराब हुई फसल का जायजा लिया था। इसके बाद प्रदेश सरकार से किसानों को मुआवजा देने की मांग की थी। किसानों के नुकसान का दोबारा आंकलन कराया। इसमें किसानों को मुआवजा देने के लिए चयन किया गया। आठ बीघे तक के किसानों को नुकसान की भरपाई के लिए सूची में जोड़ा गया था। न्यूनतम 1500 रुपए से लेकर अधिकतम 12000 रुपए तक देने का प्रस्ताव है।

192 करोड़ रुपए की डिमांड

जिला प्रशासन ने प्रदेश सरकार को छह लाख सत्तासी हजार दो सौ छह किसानों को गेहूं के फसल के नुकसान का मुआवजा देने को एक सौ बान्बे करोड़ रुपए की मांग प्रदेश सरकार से की थी। इसके सापेक्ष सरकार ने अब तक मात्र चालीस करोड़ रुपए ही भेजे हैं। इससे एक लाख दो सौ बावन किसानों को मुआवजा बांटने का सरकार दावा किया जा रहा है।

कब कितना धन भेजा

16 अप्रैल 2015 - 2.5 करोड़

01 मई 2015 -1.0 करोड़

06 मई 2015 - 6.85 करोड़

18 मई 2015 - 10.0 करोड़

05 जून 2015 -10. 0 करोड़

30 जून 2015 - 10. 0 करोड़

--------------------------

कुल प्राप्त धन - 40.35 करोड़

एक लाख किसानों को मिला मुआवजा

चयनित किसान 6,87206

इनको मिला 1,00252

इतने को इंतजार 5,87206

दो माह से नहीं आया एक रुपया

प्रदेश सरकार ने आखिरी बार 30 जून को जिले को आपदा राहत राशि के रूप में दस करोड़ की किस्त भेजी थी। इसके बाद से कोई धन नहीं आया है। किसान अब भी मआवजा पाने की आस लगाए बैठक हैं। भाकियू नेता राजबहादुर यादव ने कहा कि गेहूं की फसल खराब होने से किसान खाली हाथ है। घर की जमा पूंजी लगा कर धान की रोपाई इस उम्मीद के साथ की थी कि गेहूं के नुकसान की भरपाई धान से की जाएगी। लेकिन बारिश न होने से धान की फसल भी सूखने की कगार पर पहुंच रही है।

फसल कुल रकबा प्रभावित रकबा

गेहूं 150118 - 4688

सरसों 4953 - 3226

चना 4981 - 4402

मटर - 2021 - 977

मसूर - 32 - 24

अरहर - 3283 - 2603

आलू - 4425 - 12

नोट रकबा हेक्टेयर में

धन आएगा तो मिलेगा

शासन से जो धन आया था। उसे सभी तहसीलों में बराबर बराबर भेजा गया था। उपलब्ध धन से एक लाख से ज्यादा कियानों में वितरण कर दिया गया है। शासन से अगली किस्त आते ही मुआवजा का वितरण किया जाएगा।

एसपी श्रीवास्तव

अपर जिला अधिकारी व आपदा राहत प्रभारी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.