गंदगी के बीच रहने को विवश नागरिक
लालगंज, संवाद सहयोगी : वार्ड संख्या- एक मोहल्ला-डोमाही आबादी- लगभग 1600 प्रमुख समस्याएं- प
लालगंज, संवाद सहयोगी :
वार्ड संख्या- एक
मोहल्ला-डोमाही
आबादी- लगभग 1600
प्रमुख समस्याएं- पेयजल, प्रकाश, राशनकार्ड, जलभराव, गंदगी।
नगर पंचायत लालगंज का वार्ड संख्या एक डोमाही मोहल्ले के नाम से जाना जाता है। यह वार्ड नगर के प्रमुख मार्ग बाईपास रोड़ व करुणा बाजार चौराहे से गांधी चौराहा अर्थात लालगंज-रायबरेली मार्ग को कानपुर-इलाहाबाद मार्ग से जोड़ता है। नगर की प्रमुख मंडी का एक हिस्सा इसी वार्ड के अंतर्गत आता है। इसके बावजूद पूरा वार्ड बदहाल है। आबादी के अनुपात में इंडिया मार्का हैंडपंप की कमी हैं तो वहीं बिजली की अघोषित कटौती के चलते समस्या बनी रहती है। सड़को पर बिजली के पोल पर हैलोजन न होने से रात में अंधेरा रहता है। लगातार मांगों के बावजूद सोलर लाइट नहीं लग सकी है। कई नालियां कच्ची पड़ी हैं वहीं मार्ग बदहाल हैं। कई लोगों को इस बात का मलाल है कि उनके गरीबी रेखा के राशन कार्ड नहीं बन सके हैं तो कुछ के पास अब तक राशन कार्ड ही नहीं हैं। वार्ड के अंतर्गत आने वाला बाईपास रोड़ पूरी तरह से बदहाल है, बड़े बड़े बोल्डर दिन भर वाहनों के टायर फाड़ देने में लगे हैं। इस कारण सड़क पर उड़ने वाली धूल से बिना हेलमेट लगाए दो पहिया वाहन लेकर नहीं निकला जा सकता। सड़क किनारे रहने वाले कहते हैं कि यदि शीघ्र सड़क न बनी तो वह सब श्वांस की बीमारी से पीड़ित हो जाएंगे। बाईपास रोड़ के किनारे नवनिर्मित नाले को किसी नाले से जोड़ा तक नहीं गया जिससे जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।
क्या कहते हैं मोहल्ले के लोग
घर के ठीक सामने तिकोना पार्क के नाम से मशहूर अमर शहीद लालचंद्र स्वर्णकार चौक को कूड़ादान बना दिया गया है। पार्क के नजदीक गलियों से कूड़ा निकाल कर इसी जगह डंप कर दिया जाता है जो कई दिनों तक उठाया नहीं जाता। इस कारण गंदगी फैली रहती है, बरसात में तो स्थिति और भी दुरूह हो जाती है। नालियां चोक होने से गंदा पानी घर के बाहर डेरा जमाए रहता है। कई बार शिकायत की गई लेकिन नतीजा सिफर रहा है।
-- दिलीप सोनी
कूड़े की बदबू से चौक हो या फिर घर कहीं भी खड़ा नहीं हुआ जा सकता है। बदबू से सांस लेना मुश्किल भरा होता है। प्रमुख मार्ग होने के बावजूद अतिक्रमण की समस्या ने सड़क से निकलना मुश्किल कर रखा है। अतिक्रमण हटाओ अभियान गाहे बगाहे ही चलता है इस कारण अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद हैं। सड़क पर पसरी पड़ी गंदगी पर नगर पंचायत कोई ध्यान नहीं दे रहा है। सफाई कर्मचारी अपनी मर्जी से आते हैं इस कारण साफ सफाई की व्यवस्था धवस्त पड़ी है।
-विकास गुप्ता
कूड़ा फेंकने के लिए एक कूड़ादान तक नहीं रखवाया गया है जबकि प्रत्येक राष्ट्रीय कार्यक्रम समेत तमाम सामाजिक कार्यक्रमों में लोग इसी छोटे से पार्क में एकत्र होते हैं। पार्क की दशा को ठीक कराने की जहमत नहीं उठाई गई है। पूरे मोहल्ले में गंदगी का डेरा लगा हुआ है। शिकायतों का किसी पर कोई फर्क नहीं पड़ता है। सड़क बदहाल हैं इनसे उड़ने वाली धूल सांस रोग को जन्म देने का काम कर रही है।
-संजय गुप्ता
वार्ड में स्थित तालाब पर अवैध कब्जे होते चले जा रहे हैं जिससे नालियों के पानी के एकत्र होने का कोई स्थान नहीं बचा। दूसरी ओर जो नाले बनवाए जा रहे हैं उन्हें पूरा न कराकर अधूरा छोड़ दिया गया है जिससे बरसात में जलभराव की समस्या उत्पन्न हो जाती है।
-गिरजा शंकर सोनी
वार्ड में सफाई व्यवस्था ध्वस्त है जिसका अंदाजा नालियां देखकर लगाया जा सकता है। महीनों से नालियों की सफाई नहीं की जाती है। सफाई कर्मी मोहल्ले की ओर देखते तक नहीं हैं। यदि कभी कभार आते भी हैं तो रस्म अदायगी कर चले जाते हैं। साफ सफाई न होने से मोहल्ले में संक्रामक रोग फैलने की आशंका बनी रहती है।
-सचिन सोनी
कई ऐसे निर्धन व्यक्ति हैं जो गरीबी रेखा के नीचे जीवन व्यतीत कर रहे हैं लेकिन उनके नाम अब तक न ही गरीबी रेखा के राशनकार्ड बन सके हैं और न ही उन्हें समाजवादी पेंशन योजना का लाभ ही मिल सका है। विभागीय अधिकारियों के दफ्तर के चक्कर काटकर लोग छक चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं की गई है। -मुरारीलाल
आठ माह पहले राशनकार्ड का फार्म भरा लेकिन अब तक राशनकार्ड नही बन सका। एक विद्यालय में चपरासी का काम करने वाला भूमिहीन सुमेर कहता है कि किराये के मकान में रहने के बावजूद बीपीएल अथवा अंत्योदय छोड़ों महामाया योजना तक में चयन नहीं हो सका और न पेंशन का ही लाभ दिया जा रहा है जबकि दोनों ही योजनाओं के लिए उन्होंने कई बार सभासद एवं नगर पंचायत प्रशासन को आवेदन पत्र दिये हैं।
-शकीला बानो
बोले सभासद
सभासद मिश्रीलाल वाल्मीकि कहते हैं कि वार्ड के विकास कार्याें के लिए प्रस्ताव नगर पंचायत में लिखाए जा चुके हैं। सफाई की ओर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
बोलीं अध्यक्ष
नगर पंचायत अध्यक्ष अर्चना गुप्ता का कहना है कि प्राथमिकता के आधार पर विकास कार्य कराए जा रहे हैं। जो कार्य अधूरे हैं उन्हें शीघ्र पूरा कराया जाएगा।