चार शिक्षकों का वेतन रोक मांगा स्पष्टीकरण
रायबरेली, जागरण संवाददाता : परिषदीय जूनियर और प्राथमिक विद्यालयों में तैनात शिक्षकों की फौज देश के क
रायबरेली, जागरण संवाददाता : परिषदीय जूनियर और प्राथमिक विद्यालयों में तैनात शिक्षकों की फौज देश के कर्णधारों के भविष्य पर ध्यान नहीं दे रही हैं। शायद इसलिए शिक्षक समय से स्कूल पहुंचने में रुचि नहीं ले रहे। वहीं बीएसए के स्कूलों का निरीक्षण करने के बाद भी हालात नहीं सुधार रहे। शुक्रवार को बीएसए ने राही विकास क्षेत्र के सात स्कूलों का निरीक्षण किया। इनमें अधिकांश स्कूलों में खामियां मिली। इस पर बीएसए ने चार शिक्षकों का अग्रिम आदेशों तक वेतन रोक सभी को नोटिस जारी करते हुए स्पष्टीकरण मांगा है।
बीएसए रामसागर पति त्रिपाठी ने सुबह 8:10 बजे प्राथमिक विद्यालय सीकी सलीमपुर का औचक निरीक्षण किया। यह प्रधानाध्यापक और दो शिक्षक मौजूद मिले। जबकि सहायक अध्यापिका वीना यादव और पूनम ¨सह अनुपस्थित मिलीं। बीएसए ने दोनों का वेतन अग्रिम आदेशों तक रोक स्पष्टीकरण मांगा है। यहां से बीएसए जूनियर विद्यालय बंदरामऊ पहुंचे। शौचालय खराब और परिसर में गंदगी मिलने पर साफ-सफाई के निर्देश दिए। वहीं प्राथमिक विद्यालय बंदरामऊ बीएसए सुबह 8:39 पर पहुंचे। यहां के सहायक अध्यापक कमलेश कुमार को बीएसए के स्कूल पहुंचने की सूचना हो गई थी। इस पर उन्होंने विद्यालय में तैनात सहायक अध्यापिका सुनीता को फोन कर उपस्थित रजिस्टर में आकस्मिक अवकाश चढ़ाने की बात कही। इसको बीएसए ने पकड़ लिया। बीएसए ने कमलेश कुमार का वेतन अग्रिम आदेशों तक रोक सेवा बाधित करने की बात कही। बीएसए को जूनियर विद्यालय भुएमऊ और प्राथमिक विद्यालय भदोखर प्रथम में सबकुछ ठीक मिला। जबकि प्राथमिक विद्यालय भुएमऊ में प्रधानाध्यापक ने एमडीएम न बन पाने की समस्या बताई। इस पर उन्होंने फौरन राही बीईओ को फोन कर समस्या का निदान करने के निर्देश दिए। जूनियर विद्यालय भदोखर में शौचालय का निर्माण कार्य अधूरा मिला। इस पर बीएसए ने शौचालय निर्माण करा रही प्रधानाध्यापिका शंकरा पांडेय का वेतन अग्रिम आदेशों तक रोक समय से निर्माण कार्य पूरा कराने के निर्देश दिए। बीएसए ने निरीक्षण के दौरान सभी प्रधानाध्यापकों को अभिभावकों को बात कर स्कूलों में छात्रों की संख्या बढ़ाने की बात कही।