करोड़ों खर्च, फिभी नहीं मिल रहा शुद्ध पानी
शिवगढ़, संवादसूत्र : गावों में पेयजल व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए शासन करोड़ों रुपये खर्च कर रहा ह
शिवगढ़, संवादसूत्र : गावों में पेयजल व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए शासन करोड़ों रुपये खर्च कर रहा है। लेकिन नौकरशाहों की लापरवाही के चलते शासन की मंशा तार-तार हो रही है। जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा की स्थिति यह है कि गर्मी शुरू होते ही पेयजल के लिए हाहाकार मचाना शुरू हो गया है। विकास क्षेत्र के ग्राम सभा सीवन के दलित पुरवा चमरैया में डेढ़ वर्ष से इंडिया मार्का हैंड पाइप खराब है। ग्रामीण मंशाराम प्रहलाद, रामदुलारे, रामप्यारे रामचरन, दयाराम, आदि लोगों ने बताया कि दर्जनों बार नल खराब होने की शिकायत खंड विकास अधिकारी से की जा चुकी है ¨कतु नल ठीक नहीं हो पा रहे हैं। ग्रामीण कुएं का दूषित पानी पीने को मजबूर हो रहे हैं।
विकास खंड मुख्यालय से 15 किलो मीटर दूरी पर स्थित सीवन में जहां कच्चे मकान, सड़के बदहाल हैं वही पानी का भी बुरा हाल है। इस दलित बस्ती में कुल आबादी 150 है। जिसमें लोगों की प्यास बुझाने के लिए अकेला इंडिया मार्काहैंड पंप है जो वर्षो से खराब है। शिकायत के बावजूद भी कोई सुनने वाला नही है। यही हाल भवनियापुर मजरे ओसाह में बबई पासी के दरवाजे 1 माह से खराब पड़े हैंडपंप का है। क्षेत्र में जल निगम की लापरवाही के चलते जहां कई वर्षो से सैकड़ों इंडिया मार्का हैंडपंप रिबोर न होने से पानी नही दे रहे हैं तो दूसरी तरफ ग्राम प्रधान और ग्राम विकास अधिकारी की लापरवाही के चलते दहिगावां, शिवगढ़, शिवली, बैंती ओसाह, सहित दो दर्जन से अधिक ग्राम पंचायतों में नलों के मरम्मत के नाम पर पैसा तो खूब निकला लेकिन उसका नतीजा जीरो रहा।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
खंड विकास अधिकारी पुतान ¨सह ने बताया की जो खराब नल है उनकी सूची ग्राम विकास अधिकारी को प्रेषित करने के लिए निर्देशित किया गया है जिन्हें शीघ्र ही ठीक कराया जाएगा।