अपात्रों को आवास, पात्रों को झुनझुना
राही, संवादसूत्र : इंदिरा और लोहिया के आदर्शो पर राजनीतिक दलों ने भले ही एक के बाद योजनाएं चलाई हों
राही, संवादसूत्र : इंदिरा और लोहिया के आदर्शो पर राजनीतिक दलों ने भले ही एक के बाद योजनाएं चलाई हों पर रायबरेली में भ्रष्टाचार की जंग इस कदर लग चुकी है कि इनके नाम पर बांटे जाने वाले आवासों पर अपात्रों की मुहर लग चुकी है। पात्र सिर छिपाने के लिए सरकारी दफ्तर में चक्कर काट रहे हैं। एक दर्जन से अधिक शिकायतों में जांच के बाद यह पुष्टि हुई कि जिले में अपात्रों को आवास जमकर दिए गए। न तो मानक देखे गए और न ही अन्य किसी चीज का भय रहा। आइए देखते हैं आवास योजना की जमीनी हकीकत बयां करने वाली कुछ नजीर -
तस्वीर एक : राही ब्लाक क्षेत्र के छरहरा गांव के विश्वनाथ के पास दो मंजिला आवास है। दो पुत्रों के पास भी इंदिरा व लोहिया आवास है। कहीं से भी यह आवास पाने के मानक नहीं पूरा कर रहे फिर भी आवास मिला। जांच में यह मामला खुला।
तस्वीर दो : राही में छतरपाल के घर में तीन-तीन आवास दिए गए। पुत्र के अलावा पुत्रवधू तक को आवास दिया गया। जांच के मामला सही पाया गया।
तस्वीर तीन : राही के ही पवन कुमार के पिता के पास पक्का मकान है मां रामरती को इंदिरा आवास दिया गया। इनके विरुद्ध भी दर्जनों शिकायतें की गई जांच में मामला सही पाया गया।
तस्वीर चार : राही के विनोद कुमार को इंदिरा आवास दिया गया जब कि मां रामा देवी के पास लोहिया आवास है। मामला खुल जाने पर विभाग ने सुनील को नोटिस देकर धन वापस मांगा है।
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आवासों के वितरण में मानकों की अनदेखी हुई है। कई शिकायतों की जांच के दौरान ऐसे मामले आए हैं जिन उच्चाधिकारियों से कार्रवाई की संस्तुति की गई है। अभी इंदिरा और लोहिया आवासों की अन्य शिकायतों की भी जांच की जा रही है।
मो. साद, एडीओ समाज कल्याण