खिचड़ी व मंट्ठा खाने से छात्राएं बीमार
महाराजगंज, संवाद सहयोगी : अमावां विकास क्षेत्र थुलवासा गांव में संचालित हो रहे कस्तूरबा गांधी आवासीय
महाराजगंज, संवाद सहयोगी : अमावां विकास क्षेत्र थुलवासा गांव में संचालित हो रहे कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में 80 छात्राएं पंजीकृत हैं। शाम का खाना खाने के बाद विद्यालय की करीब 30 छात्राओं की हालत एकाएक बिगड़ गई। वार्डन व पूर्णकालिक शिक्षिकाएं रसोइयों के हवाले स्कूल और छात्राओं को छोड़ कर लापता थीं। रसोइयों ने मामले की जानकारी क्षेत्रीय ग्राम प्रधान को दी। सूचना पर पहुंचे ग्राम प्रधान ने मामले की सूचना डीएम व बीएसए को दी।
शनिवार की रात अमावां क्षेत्र के थुलवासा गांव के कस्तूरबा विद्यालय में छात्राओं के लिए रसोइयों ने खिचड़ी बनाई थी। देर शाम छात्राओं ने खिचड़ी और मट्ठा खाया। कुछ देर के बाद छात्राओं को उल्टी शुरू हो गई। यह देखकर रसोइया घबरा गई। ग्राम प्रधान ने बताया कि विद्यालय की वार्डेन वंदना चौधरी और फुल टाइम शिक्षिकाएं स्कूल में नहीं थीं। मौके पर पहुंचे प्रधान के पति राजेंद्र मौर्या ने फोन से घटना की जानकारी डीएम, बीएसए और सीएमओ को दी। कस्तूरबा गांधी विद्यालयों की छात्राओं को एंबुलेंस से जिला अस्पताल लाया गया। छात्राओं में सुनीला होश में नहीं है। जबकि शांति, नेहा, कांती, ओमभानी, सुमित्रा, सुनीलम, चांदनी, रेशू, निशू, आशा, आरती समेत 30 छात्राएं बीमार हैं। जिला अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग की टीम, एडिशनल एसपी राम मूरत यादव और महिला पुलिस को तैनात किया गया है।
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वार्डेन को नहीं कोई फर्क
विद्यालय की वार्डेन वंदना चौधरी से फोन करके पूछा गया कि वो कहां तो हैं तो उन्होंने जवाब दिया कि विद्यालय में पंजीकृत सभी छात्राएं ठीक हैं और वह स्कूल में है। बेसिक शिक्षाधिकारी संदीप चौधरी ने बताया कि खिचड़ी व मट्ठा खाने से छात्राओं की हालत बिगड़ गई है। सभी छात्राओं को जिला अस्पताल भेजा गया है। वहीं एक डाक्टर को विद्यालय में इलाज के लिए बुलाया गया है। जिलाधिकारी को भी सूचित कर दिया गया है। बीएसए ने बताया कि मामले की जांच कर वार्डेन व टीचरों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।