सोनिया ने भी दिलाया अच्छे दिन आने का भरोसा
रायबरेली, जागरण संवाददाता : नेहरु-गांधी परिवार के लिए रायबरेली में लोग पलकें बिछाए रहते हैं, यह कहने
रायबरेली, जागरण संवाददाता : नेहरु-गांधी परिवार के लिए रायबरेली में लोग पलकें बिछाए रहते हैं, यह कहने की जरूरत नहीं है लेकिन सत्ता जाने पर दर्द भी यहां हर ओर दिखता है। अर्से बाद आयीं सोनिया के सामने शनिवार को रायबरेली कराह उठी। बुनियादी जरूरतों के खोखलेपन की तस्वीर दिखा गांव की जनता सड़क, पानी, बिजली जैसे मुददों पर हर ओर सोनिया को घेरती दिखी। कहीं फसलों की तबाही का मंजर दिखाया तो कहीं सरकारी योजनाओं में मची लूट खसोट का आइना। जर्जर और धूल का गुबार उड़ाती सड़कों को देख सोनिया के माथे पर बल पड़ता दिखा पर शांत भाव से सोनिया के मुख से हर ओर बस यही निकला, परेशान न हों सब ठीक हो जाएगा। आएंगे अच्छे दिन और फिर से खुशहाल दिखेगी यह रायबरेली।
पांच हजार करोड़ से अधिक की योजनाओं का ताना-बाना समेटे रायबरेली शनिवार को काफी बदली नजर आई। सोनिया के भ्रमण में हर गंाव, हर पगडंडी और हर गलियारे में सिर्फ दिखा तो बदहाली का आइना। यह आइना दिखा रही थी रायबरेली की जनता। हर ओर रायबरेली की पीर कराह रही थी।
सोनिया के सामने सबसे पहले फसलों की तबाही का मुददा उठा। राही ब्लाक के संडवा गांव में राम सजीवन ने गेहूं की बालियां दिखाकर सोनिया को फसलों की तबाही दिखाई तो रामकृपाल ने सरकारी मशीनरी के प्रयासों की जमीनी हकीकत चिल्ला-चिल्लाकर बयां की। जफरापुर के संजय ने क्षेत्र की बदहाल सड़कों का मुद्दा सोनिया के सामने रखा, कमीशनखोरी की शिकायत भी की। बेलाभेला गंाव में महिलाओं ने पानी की किल्लत की पीड़ा बताकर हैंडपंपों के रीबोर न कराए जाने की शिकायत की। बेलाखारा में बिजली का संकट उन्हें बताया गया। दो घंटे चालीस मिनट में दौ सौ से अधिक सवाल और समस्याओं का पिटारा सोनिया के सामने खुल गया। हर दर्द में यह बात भी छिपी थी कि जब तक सरकार थी तक तक काम होता था लेकिन अब कोई पूछने वाला नहीं है। समस्याओं पर सोनिया विचलित भी हुईं लेकिन सबको पुचकारा कि परेशान न हों सबकी सुनी जाएगी। बेहतर कार्य भी होंगे। सत्ता न होने के बाद भी सोनिया को यहां की जनता ने हाथोंहाथ लिया।