पाच सौ से अधिक हैंडपंप उगल रहे जहर
महराजगंज संवाद सहयोगी : सरकार के लाख प्रयास के बाद भी पेयजल संकट गहराया हुआ है। सरकार के प्रयासों के
महराजगंज संवाद सहयोगी : सरकार के लाख प्रयास के बाद भी पेयजल संकट गहराया हुआ है। सरकार के प्रयासों के बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई है। कहीं लोग एक -एक बूंद पानी के लिये कोस भर दूर जाने के लिए मजबूर हैं तो कहीं ग्रामीण फ्लोराइडयुक्त व वैक्टीरियायुक्त पानी पीने को मजबूर हैं। इसके लिये सरकार ने अभियान चलाकर दूषित पानी की जाच भी कराई। यही नही जाच करने वाली संस्था ने अपनी रिपोर्ट भी सरकार को भेजी लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है।
महराजगंज क्षेत्र में ग्रामीणों को पेय जल संकट से छुटकारा दिलाने के लिये सरकार ने विभिन्न निधि व मद से कुल 3039 इण्डिया मार्का हैंड पंप स्थापित कराये जिसमें से जीपीएस मैपिंग एंड वाटर एनालिसिस आफ ड्रिकिंग वाटर सर्चेज आफ उत्तर प्रदेश के सर्वेक्षण के अनुसार क्षेत्र में 320 हैंड पंप खराब है। जिसके चलते कुशमहुरा, कुबना, ज्योना, डोमापुर सहित दर्जनों गाव ऐसे हैं जहा पर ग्रामीण एक किलोमीटर तक से पानी ढोकर लाने को मजबूर हो रहे हैं। इसके अलावा 538 हैंडपंप ऐसे हैं जो दूषित व फ्लोराइड युक्त पानी दे रहे हैं। ऐसे में ग्रामीण दूषित व फ्लोराइड युक्त पानी पाने को मजबूर हो रहे हैं।
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सर्वेक्षण में लाखों खर्च
जीपीएस मैपिंग एंड वाटर एनालिसिस आफ ड्रिंकिग वाटर सर्चेज आफ उत्तर प्रदेश द्वारा क्षेत्र में पानी की गुणवत्ता की जाच में लाखों रुपये खर्च किये गये। जिलाधिकारी को भेजी गई रिपोर्ट में 320 खराब हैंडपंप के साथ 538 हैंडपंपो में दूषित पानी आने की बात कही गई। यही नहीं जिलाधिकारी ने रिपोर्ट में दूषित पानी देने वाले नलों के रिबोर के लिये के आदेश भी दिये। एक वर्ष बीतने के बावजूद आज तक रिबोर नही हो सका । पहली सूची में 50 नलो का रीबोर होना था। सर्वेक्षण के बाद खराब व दूषित पानी देने वाले पाए गये नलो में खंड विकास अधिकारी द्वारा कुल पचास नलों की सूची भेजी गई । जिसमें चन्दापुर, पारा खुर्द, जनई, ताजुदृीनपुर, कुशमहुरा, मोन, हरदोई, साखनापुर,सिकंदर पुर, रामगाव, कोटवा मोहम्दाबाद, ज्योना के सभी खराब व दूषित पानी देने वाले हैंड पंप रखे गये हैं। जिनका रिबोर आज तक नहीं हो पाया।
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दूषित पानी से अपंग
- दूषित पानी पीने से ग्रामीण अपंगता के शिकार भी हुये हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पुरासी गाव मे कैंप लगाकर जाच की थी जिसमें पैर से विकलाग अमित, अनवर अली, अनीता के विकलांग होने का कारण भी दूषित पानी ही बताया था।
अधीक्षक डा. शरद कुशवाहा ने कहा कि फ्लोराइडयुक्त पानी पीने से गाव मे बच्चों पर भी प्रभाव पड़ रहा है। इस पानी को पीने पर चिकित्सको ने अंकुश भी लगाया है।
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बोले जिम्मेदार
मामले में उपजिलाधिकारी राकेश गुप्ता ने कहा कि उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी गई है। जल्द ही समस्या के समाधान की उम्मीदें बताई जा रही हैं।