भेदभाव का आरोप लगा की नारेबाजी
रायबरेली, जागरण संवाददाता : भारत संचार निगम के कर्मचारियों ने संयुक्त फोरम के आहवान पर एक दिन की
रायबरेली, जागरण संवाददाता :
भारत संचार निगम के कर्मचारियों ने संयुक्त फोरम के आहवान पर एक दिन की सांकेतिक हड़ताल कर कार्य बहिष्कार किया। कर्मचारियों ने केंद्र सरकार पर भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए नारे बाजी की। सभा में केंद्र सरकार को कठघरे में खड़ा किया और बीएसएनएल के घाटे में पहुंचाने के लिए जिम्मेदार बताया। बीएसएनएल के काउंटरों पर कोई काम नहीं हुआ।
गुरुवार को सिविल लाइन स्थित जिला दूर संचार प्रबंधक कार्यालय पर नान एक्जीक्यूटिव कर्मचारी एकत्र हुए। राम दुलारे की अगुवाई में नारे बाजी की गई। आदित्य कुमार सिंह ने कर्मचारियों का उत्साह वर्धन किया। प्रशांत श्रीवास्तव ने कहा कि प्रबंधन कर्मचारी विरोधी नीति अपना रहा है। तौफीक अहमद व उमा अग्रवाल ने कहा कि कर्मचारियों की तीस सूत्रीय मागें पूरी नहीं की जा रही है। एसडीओ एसके दुबे ने भी कहा कि केंद्र सरकार नान एक्जीक्यूटिव कर्मचारियों के साथ भेदभाव हो रहा है।
आरपी चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार कर्मचारियों की पीएलआई का भुगतान नहीं कर रही है। नान एक्जीक्यूटिव को मैनेंजमेंट ट्रेनी परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जाए। सेवानिवृत्त कर्मचारियों का एरियर दिया जाए। भत्तों का संशोधन किया जाए। गया प्रसाद, दुर्योधन, नरेंद्र कुमार, पारसनाथ आदि मौजूद रहे। मुख्यालय पर बने सेवा काउंटर सूने पड़े रहे। ग्राहकों को वापस जाना पड़ा। वहीं लालगंज में 30 सूत्री मागों को लेकर बीएसएनएल कर्मचारी एक दिवसीय हड़ताल पर रहे। सुरेश मिश्रा, शिव अधार, रामशकर, सज्जन, जगन्नाथ प्रसाद, आरएल यादव, श्रीकान्त,रामआसरे आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
ठप हुआ बीएसएनएल का सर्वर
गुरूवार को दोपहर एक बजे के लगभग बीएसएनएल का नेटवर्क पूरी तरह से ठप हो गया। इसके चलते मोबाइल फ ोन उपभोक्ता तो परेशान हुए ही सर्वर गायब हो जाने से बैंको का काम भी प्रभावित हो गया।