पुल पर आवाजाही रुकी और बढ़ गया 27 किमी का चक्कर
परशदेपुर, संवादसूत्र: सलोन मार्ग पर मटियरवा चौराहे के पास सई नदी के पुल का गाटर खराब होने से वाहनों
परशदेपुर, संवादसूत्र: सलोन मार्ग पर मटियरवा चौराहे के पास सई नदी के पुल का गाटर खराब होने से वाहनों की आवाजाही पर रोक तो लगा दी गई, लेकिन यह कब बनेगा पता नहीं चल रहा है। इससे वाहनों को लंबा चक्कर काटना पड़ रहा है। जबकि इसे बनवाने का जिम्मा एन एच को दिया गया है। इससे वाहनों को 27 किमी का चक्कर काटना पड़ेगा।
दो जनवरी 1977 को सासद संजय गाधी व तत्कालीन मंत्री नारायण दत्त तिवारी ने शिलान्यास किया था। 37 साल में ही पुल पर पड़े लोहे के छह गाटर खराब हो गये गाटर खराब होने की जानकारी पर एनएच विभाग ने खराब गाटरों को उखाड़ना शुरू कर दिया है। एक तरफ छोटे वाहनों के लिए आने जाने के लिए रास्ता छोड़ दिया गया है। सलोन से परशदेपुर जाने के लिए बड़े वाहनों को सूची डीह होकर 27 किलोमीटर घूमकर जाना पड़ेगा। दूसरी तरफ परशदेपुर रायबरेली मार्ग पर इमली तिराहे के पास नाइया नाले का पुल टूट जाने से परशदेपुर व डीह क्षेत्र के लोगों को रायबरेली पहुंच पाना टेढ़ी खीर हो गया है। परशदेपुर क्षेत्र के लोग सलोन होकर रायबरेली पहुंचते थे। लेकिन अब इस नाले का पुल खराब होने से क्षेत्र के लोगों का आवागमन बाधित हो गया है। परशदेपुर व मेंहदीगंज के सैकड़ों दुकानदारों को प्रतिदिन रायबरेली जाना पड़ता है।
वहीं सलोन से कई स्कूलों की बसें भी परशदेपुर से बच्चों को लाने जाती हैं। पुल को एन एच ने बनवाना तो शुरू कर दिया है, लेकिन आवागमन बाधित का बोर्ड नहीं लगवाया है। इससे कोई बड़ा वाहन अगर भूल से चला गया तो बड़ा हादसा हो सकता है