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मीठी दलिया खाकर फिर से खिलेगें बच्चों के चेहरे

रायबरेली, जागरण संवाददाता : आखिर यह बच्चे आंगनबाड़ी केंद्र जाते जरुर हैं लकिन उन्हे वहां सिर्फ

By Edited By: Published: Thu, 27 Nov 2014 01:12 AM (IST)Updated: Thu, 27 Nov 2014 01:12 AM (IST)
मीठी दलिया खाकर फिर से खिलेगें बच्चों के चेहरे

रायबरेली, जागरण संवाददाता :

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आखिर यह बच्चे आंगनबाड़ी केंद्र जाते जरुर हैं लकिन उन्हे वहां सिर्फ निराशा मिलती, वह इस लिए सरकार ने मीठी दलिया और नास्ते की खुराक बंद जो करा दी थी । लेकिन अब इन बच्चों का बालपन एक बार फिर पढ़ाई के साथ ठिठोली मारता दिखेगा । क्यों कि सरकार ने जुलाई माह के बाद से जिले में बंद चल रही हाट कुक्ड योजना को प्रारंभ करने के लिए बजट दे दिया है अब हर आंगनबाड़ी केंद्र में जल्द ही इस योजना को चालू होते देखा जा सकेगा।

प्रदेश शासन ने हाटकुक्ड योजना छात्रों को हल्के भोजन की व्यवस्था कर दी है । जल्द ही इस योजना के पंख लगेंगें जिले के सभी केंद्रों में आगनबाड़ी कार्यकत्रियों व मातृ समिति अध्यक्ष के संयुक्त खातों में हाटकुक्ड योजना की धनराशि भेज भी दी गई है। हलां कि करोड़ों की धनराशि में बच्चों का पेट सिर्फ दलिया व खिचड़ी से ही भरेगा।

जिले में 2833 आगनबाड़ी केंद्रों के सापेक्ष 04 लाख 7 हजार 203 बच्चे हैं इनमें 1 लाख 20 हजार 300 बच्चे अध्ययनरत हैं जिन्हें 2772कार्यकत्रिया पढ़ाती हैं। 61 कार्यकत्रियों की कमी चल रही है। केंद्रों से इन बच्चों को अगस्त 2014 से बिना भोजन व नाश्ता के ही भूखे घर जाना पड़ता था। हालाकि उसके पहले जुलाई 2014 को एक माह का बजट आया था।

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शासन ने योजना को संस्थाओं के हवाले की बनाई है तैयारी

प्रदेश सरकार ने हाट कुक्ड योजना को बेहतरी करने के लिए एक शासनादेश कई महीने पहले जारी किया था जिसमें उक्त योजना के संचालन को संस्थाओं के हवाले करने के निर्देश दिए थे। हलां कि कई जिलों में इसकी शुरुवात के बाद भी रायबरेली में अभी तक इसका श्रीगणेश नही हो सका है । डीपीओ की माने तो जल्द ही कार्यदाई संस्थाओं की नियुक्ति के लिए प्रयास शुरु किए जाएगें।

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ऐसे है हाटकुक्ड योजना का संचालन -

सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में हाटकुक्ड योजना के संचालन के लिए एक बच्चे की थाली में 2 रुपए 50 पैसे के हिसाब से ही हल्का नाश्ता व भोजन 3 रुपए साठ पैसे के हिसाब से दिया जाता है प्रतिदिन खिचड़ी व मीठी दलिया दी जाती है और शनिवार के दिन बच्चों को लइया चना व फ ल खाने को दिया जाता है। योजना के संचालन का उद्देश्य बच्चों को बेहतर पोषणयुक्त आहार देना है ।

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साहब बोले -

जिले में हाट कुक्ड योजना के बेहतर संचालन के लिए शासन ने एक करोड़ 10 लाख की धनराशि अवमुक्त की है । यह धनराशि सभी ब्लाकों को अवमुक्त की जा रही है । योजना का संचालन भी शुरु हो रहा है। जहां अवरोध आ रहें हैं वहां कमियां दूर की जा रही हैं।

मनोज कुमार बाल पुष्टाहार परियोजना अधिकारी रायबरेली

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रायबरेली जिले में आंगनबाडी केंद्रों का हाल

जिला - रायबरेली

ब्लाक - 18

ग्राम सभाओं की संख्या- 836

जिले में आंगनबाड़ी केंद्रों की संख्या - 2833

कुल आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां -2772

खाली पदों की संख्या - 61

एक माह का बजट अवमुक्त 01 करोड़ 10 लाख 95 हजार

पंजीकृत छात्र 3 से 6 वर्ष के - 1 लाख 20 हजार 300

कुल पंजीकृत छात्र 0 से 6 वर्ष तक - 4 लाख सात हजार 2 सौ तीन

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