एक्सरे मशीन खा रही धूल
सलोन संवाद सहयोगी : सरकार गांव तक स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत करने के लिए चाहे जितनी व्यवस्था करे, लापर
सलोन संवाद सहयोगी : सरकार गांव तक स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत करने के लिए चाहे जितनी व्यवस्था करे, लापरवाही से इसका फायदा मिलता नहीं दिख रहा है। इसका उदाहरण सलोन के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दिखाई दे रहा है। यहां वैसे तो ग्रामीणों की स्वास्थ्य की जरूरतों को देखते हुए सुविधाएं की कमी तो है लेकिन जो भी सुविधा है वह भी गरीब मरीजों को नहीं मिल पा रही है। जैसे यहां दी गई एक्सरे मशीन की सुविधा है। जो मात्र दिखावा रह गई है। मशीनें सालों से धूल फंक रही है।
कई साल पहले लगाई गई इन मशीनों के न चलने का एक मात्र कारण एक्सरे टेक्निीशियन केन्द्र पर तैनात न होना है। अपने इलाज को दर-दर भटक रहे गरीबों को एक्सरे के लिए चार गुना पैसे अधिक चुकता करना पड़ रहा है। सलोन प्राथमिक स्वास्थ केन्द्र गरीबों के इलाज के लिए बदहाली का शिकार है। मरीजों को दुर्घटना के बाद अस्पताल के बाहर नगर में अवैध तरीके से संचालित एक्सरे मशीन बिना किसी चिकित्सक के लोगो को उनके शरीर में टूटने फूटने की जानकारी दुगने तिगुने दाम देकर कराना पड़ रहा है। वषरें पूर्व लगाई गई एक्सरे मसीन को चलाने वाला टेक्निीशियन को अभी तक तैनात नहीं किया गया। प्रत्येक सप्ताह दर्जनों मरीजो को एक्सरे जाच के लिए प्राइवेट एक्सरे टेक्निीशियन की मदद लेनी पड़ती है। जिसका खामियाजा गरीब और असहाय लोगो को चार गुना अधिक धन देकर चुकाना पड़ता है। वहीं प्रभारी चिकित्सा अधिकारी पीके बैसवार का कहना है कि एक्सरे टेक्निीशियन के लिए विभागीय उच्चाधिकारियों को सूचित किया गया है। परन्तु अभी तक टेक्निीशियन की तैनाती केन्द्र पर नहीं हो सकी जिसके कारण एक्सरे मशीन बंद पड़ी है।