कहीं पी गए पूरा खड़ंजा
ऊंचाहार,संवाद सहयोगी: मनरेगा व गांवों के विकास की योजनाओं में अरबों रुपए खर्च होने के बाद विकास से
ऊंचाहार,संवाद सहयोगी: मनरेगा व गांवों के विकास की योजनाओं में अरबों रुपए खर्च होने के बाद विकास से गांव दूर क्यों है। इसका उदाहरण ऊंचाहार के रोहनियां ब्लाक के रायपुर में देखने को मिला। यहां इंदिरा आवास में लूट हुई तो सड़क और खड़ंजे का निर्माण कागजों पर हो गया। आरटीआई के तहत मांगी गई सूचना में गांव के विकास की पूरी कहानी खुल गई। गांव में एनटीपीसी द्वारा बनवाए गए खड़ंजे को मनरेगा से भुगतान व इंदिरा आवास में बंदरबांट ही नहीं हुआ बिना बनी सड़क का भुगतान हुआ है और खड़ंजों की लंबाई चौड़ाई अधिक दिखाकर लूट की गई।
घोटाले की जननी बनी मनरेगा गड़बड़ियों के कारण सीबीआई जाच के दायरे में लेकिन इसमें जेब भरने का काम नहीं रुक रहा है। रोहनिया विकास खंड के रायपुर गांव में सूचना का अधिकार से हुए खुलासे के बाद अब जिम्मेदार लोगों पर तलवार लटक रही है। रायपुर गाँव के निवासी चन्द्र मौलि पाण्डेय द्वारा सूचना का अधिकार के तहत मागी गयी जानकारी के बाद विभिन्न स्तर पर बड़े बड़े खुलासे हुए हैं। गांव में एक दर्जन से ज्यादा लोगों अपात्रों को दूसरे की बीपीएल कार्ड धारकों को मकान दे दिया गया। इतना ही नहीं एनटीपीसी द्वारा बनाए गए खड़ंजे को मनरेगा से बना दिखाकर भुगतान करा लिया गया है। इसको लेकर जांच टीम को नए नए खुलासे दिखाई दे रहे हैं। डीआरडीए के सहायक अभियंता द्वारा की जा रही जांच में कई खड़ंजे का या तो कागजों पर निर्माण मिला या तो उनकी लंबाई चौड़ाई कम मिली।
जांच में पाया गया कि गांव में सन 2010-11 में सड़क से शिवबालक के घर तक खड़ंजा बनवाया गया था। इस काम में बड़ी गड़बड़ियाँ हैं। पक्की सड़क से डेलौली बार्डर तक इसी वर्ष बनवाए गए खडं़जा मार्ग की लंबाई चौड़ाई में खेलकर लूट हुई। इसकी लंबाई दो सौ पचास मीटर और चौड़ाई तीन मीटर दर्शा कर भुगतान किया गया है। जबकि लंबाई 177 मीटर और चौड़ाई 2.5 मीटर ही है। यही नहीं 2011 में पूरे ठकुराइन में खड़िञ्ज्जा से लेकर राज बहादुर के घर तक निर्माण कार्य दर्शाया गया है। मौके पर काम ही नहीं हुआ है। गाँव के जंगल से मेन रोड तक 2011-12 में मार्ग का निर्माण दर्शाया गया है, जबकि यह काम पाँच साल पहले एनटीपीसी द्वारा कराया गया है।
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शिकायत के आधार पर की गई जांच में गड़बड़ियां मिली हैं। इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी गयी है।
एस के त्रिपाठी
सहायक अभियंता डीआरडीए
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इस संबंध में अभी तक अधिकारियों से कोई भी दिशा निर्देश नहीं प्राप्त हुआ है।
जेएन राव
प्रभारी बीडीओ रोहनियां
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सारे काम स्थापित नियमों के अनुरूप कराये हैं कहीं भी गड़बड़ी नहीं की गयी है।
श्याम लाल
ग्राम प्रधान रायपुर