विद्युत संकट से जूझ रहा है ऊंचाहार
ऊंचाहार, संवाद सहयोगी : ऊंचाहार के लोग अब तक के सबसे बड़े विद्युत संकट से दो चार हो रहे हैं । 24 घटे में ग्रामीण क्षेत्रों को बमुश्किल 2 घटे की आपूर्ति मिल रही है । इस संबंध में विभिन्न संगठनों द्वारा दी गयी बिजली विभाग को धमकी भी बेअसर साबित हो रही है।
ऊंचाहार क्षेत्र इस समय अंधाधुंध विद्युत कटौती का शिकार है। इस कटौती के बाद भी जो विद्युत आपूर्ति ऊंचाहार उपकेंद्र को मिल रही है । उसमें भी लो वोल्टेज के कारण सभी फीडरों को एक साथ नहीं चलाया जा पा रहा है । परिणाम स्वरूप दशा यह हो गयी है कि एक फीडरो को एक एक करके क्रमवार चलाया जाता है । जिसके कारण एक फ डर को बमुश्किल दो घटे की विद्युत आपूर्ति मिल पाती है । ऊंचाहार के अब तक एक इतिहास में बिजली की इतनी बड़ी समस्या कभी नहीं रही है। सोमवार को पूरी रात ऊंचाहार उपकेंद्र को विद्युत आपूर्ति नहीं की गयी । परिणाम स्वरूप क्षेत्र के हजारों गाँव नगर समेत रात भर अंधेरे में डूबे रहे । मंगलवार की सुबह विद्युत आपूर्ति चालू हुई जो दो बजे दिन तक उपकेंद्र को मिली है । इसी में एक एक करके अरखा भीलमपुर नगर लक्ष्मीगंज औद्योगिक व रेलवे फीडरों को चलाया गया है । इसमें से नगर औद्योगिक व रेलवे को करीब छह घटे की आपूर्ति की गयी है। जबकि ग्रामीण फ डरो में अरखा व भीलम पुर को दो दो घटे की आपूर्ति मिली है । लक्ष्मीगंज फीडर को किन्हीं कारणों से चार घटे चलाया गया है ।इस समय किसानों को अपने धान की फसल की सिचाई के लिए पानी कि जरूरत है ऐसे में भीषण विद्युत संकट के कारण किसानों के सामने फसल को बचाने की चुनौती है । मजबूरन किसान डीजल इंजन पर निर्भर हो गया है । ऊंचाहार उपकेंद्र के अवर अभियंता लाल मणि का कहना है कि जितनी बिजली मिलती है उसी में अधिक से अधिक आपूर्ति देने का प्रयास किया जाता है।