कार चालक को नहीं पकड़ सकी क्राइम ब्रांच
रायबरेली, जागरण संवाददाता : भाजपा नेता पुष्पेंद्र सिंह पर बीते दिनों सदर कोतवाली और भदोखर थाने में एक साथ दो मुकदमे दर्ज हुए। पहला मामला रंगदारी मांगने का है तो दूसरा गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी का। दोनों ही मामलों की जांच क्राइम ब्रांच और एसओ को सौंपी गई है, लेकिन विभागीय जांच से मामला एक बार फिर से ठंडे बस्ते में जाता दिख रहा है। एक माह बीतने के बाद मुख्य आरोपी शोभित सिंह अब तक फरार है।
19 अगस्त को कोतवाली पुलिस ने भाजपा नेता पुष्पेंद्र सिंह पर मुकदमा दर्ज करने के तीन दिन बाद उस कार (यूपी 71 पी 4267) को बरामद कर लिया था। जिस पर सवार होकर आए लोगों ने एम्स के एजीएम नंदन सिंह रावत पर पिस्तौल तानकर धमकाया था। साथ ही पुष्पेंद्र से फोन पर बात कराके दो करोड़ रुपए रंगदारी देने की बात कही थी। कार बरामद होते ही पुलिस ने दबिश देकर कर कार मलिक को हिरासत में ले लिया। पुलिस सूत्रों की मानें तो मुख्य आरोपी कार चालक शोभित सिंह निवासी फत्तेहपुर और उसके अन्य साथियों को अब तक नहीं पकड़ा जा सका है। इसी तरह भदोखर पुलिस भी गाली-गलौज और जान से धमकी देने के दर्ज हुए मामले में कोई अहम सबूत नहीं जुटा सकी है।
सीओ सिटी सत्य पाल सिंह का कहना है कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए क्राइम ब्रांच और पुलिस टीम जुटी हुई है। शीघ्र ही सभी को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया जाएगा।