केंद्रीय अस्पताल के निर्माण पर संकट
अमेठी, जागरण संवाददाता : सत्ता से कांग्रेस के बेदखल होते ही अमेठी के बुरे दिन शुरू हो गए हैं। सांसद राहुल गांधी के प्रयासों से जिले में स्थापित होने जा रहे दो सौ शैया के केंद्रीय अस्पताल के निर्माण पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। अस्पताल के लिए तिलोई में जमीन का निरीक्षण करने आई टीम ने उसे उपयुक्त नहीं माना है। ऐसे में जिलेवासियों को अस्पताल के निर्माण को करारा झटका लग सकता है।
लोकसभा चुनावों से पूर्व सांसद राहुल गांधी ने जिले वासियों को स्वास्थ्य सुविधाओं की बढ़ोत्तरी के लिए तिलोई में दो सौ शैया के केंद्रीय अस्पताल के निर्माण कराने की घोषणा थी। दस करोड़ की लागत से बनने वाले इस अस्पताल में सारी आधुनिक सुविधाएं मिलनी थी। अस्पताल के निर्माण के लिए शुरू में काफी युद्ध स्तर पर काम भी हुआ। तिलोई तहसील प्रशासन ने पूरा ग्राम पंचायत में जमीन का आवंटन किया था। राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन की टीम ने जमीन का निरीक्षण भी किया। लेकिन निरीक्षण में जांच टीम को जमीन उपयुक्त नहीं लगी। ऐसे में टीम ने वहां अस्पताल का निर्माण करने से मना कर दिया। सूत्रों की माने तो तिलोई तहसील में प्रशासन को और कहीं जमीन नहीं मिल रही है। जिला प्रशासन अन्य तीनों तहसीलों में जमीन देने के लिए तैयार है। लेकिन केंद्र में सत्ता परिवर्तन के बाद जिम्मेदार विभाग की ओर से इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाए गए हैं। ऐसे में अस्पताल के निर्माण में अवरोध साफ दिखने लगे है।
बोले जिम्मेदार
जांच टीम को वह जमीन उपयुक्त नहीं लगी है। हम बाकी तीनों तहसीलों में जमीन देने को तैयार हैं। फिलहाल अब तक मामले में कोई अग्रिम कार्रवाई नहीं हुई है।
जगतराज
जिलाधिकारी, अमेठी।