विधायक निधि घोटाले के आरोपी की नियुक्ति को मांगा मार्ग दर्शन
रायबरेली, जागरण संवाददाता : डीआरडीए के तकनीकी अन्वेषक जिले में हुए विधायक निधि घोटाले के आरोपी अरुण शुक्ला के दोबारा रायबरेली ज्वाइनिंग मामले में लखनऊ खण्डपीठ से मिले स्टे के बाद अगले कदम के लिए शासन से मार्गदर्शन मांगा गया है। परियोजना निदेशक इंद्रसेन सिंह ने कहा कि एक दो दिनों में शासन के आदेश पर अगली कार्यवाई की जाएगी।
ज्ञात रहे कि स्टे के बाद तकनीकी अन्वेषक को वापस हमीरपुर में तैनाती दी जानी है इसी के लिए शासन से दिशा-निर्देश मांगा गया है। जिले के डीआरडीए में इस समय दो-दो तकनीकी अन्वेषक की तैनाती है।
रायबरेली में सरकारी महकमें भी एक न एक विवाद में उलझे रहें हैं। दरअसल डीआरडीए की यह कहानी काफी पुरानी हो चुकी है। विधायक निधि के बहुचर्चित हुए घोटाले के आरोपी रहे तकनीकी अन्वेषक अरुण शुक्ल को गैरजनपद हमीरपुर के लिए कार्यमुक्त कर रायबरेली में नई तैनाती दी गई थी । इसके बाद अरुण शुक्ल ने अपनी गैरजनपद नियुक्ति के संदर्भ में हाईकोर्ट में वाद दायर किया था। हाईकोर्ट ने इन्हे राहत दी और पुन: रायबरेली में उसी पद पर ज्वाइनिंग और वेतन भी रायबरेली से ही देने के दिशा निर्देश दिए थे। डीआरडीए ने कोर्ट के मिले आदेश पर इन्हे ज्वाइन करा दिए था। इसके बाद इस फैसले पर लखनऊ खण्डपीठ में डीआरडीए द्वारा अपील की गई जिसमें उच्च न्यायालय ने डीआरडीए को स्टे दे दिया। स्टे के बाद अरुण शुक्ला को वापस हमीरपुर तैनाती दिए जाने को लेकर निर्णय होना है जिस पर डीआरडीए ने शासन को पत्र लिखकर मार्ग दर्शन मांगा है। परियोजना निदेशक इंद्रसेन ंिसंह ने बताया कि शासन को पत्र लिखा जा चुका है जैसे ही मार्गदर्शन मिलता है तो आगे की कार्यवाई बढ़ाई जाएगी। विभाग में तैनात दोनों अन्वेषकों को चुनाव ड्यूटी में नही लगाया गया है।