पाच साल में न बनी सड़क
सिंहपुर,संवादसूत्र: सिंहपुर विकास क्षेत्र अंतर्गत टिकरी ग्राम पंचायत के नारायनचक गांव के लिए पाच वर्ष पूर्व डामरीकृ त मार्ग का निर्माण शुरू हुआ था परंतु आज तक गिट्टी कु टाई के बाद मार्ग का डामरीकरण नहीं हो सका। एक हजार की आबादी वाले इस गांव के ग्रामीण मार्ग निर्माण न होने के चलते कुं ठित हैं और मामले को लेकर दर्जनों शिकायती प्रार्थनापत्र भी दे चुकें हैं। परंतु आज तक मार्ग का निर्माण नहीं हो सका। वर्ष 2008-09 में टिकरी गांव समग्र विकास योजना के तहत चयनित हुआ था और गांव से संबंधित मजरों के लिए संपर्क मार्गो के डामरीकरण की योजना
थी और गांव के सभी सात मजरों को जोड़ने के लिए सड़कों का निर्माण शुरू हुआ था। परंतु नारायनचक गांव हेतु नौ सौ किमी मार्ग का निर्माण कार्य आज तक पूरा नहीं हो सका। गिट्टी कू टकर ठेकेदार वापस चला गया। ग्रामीण एक अदद डामरीकृ त मार्ग के लिए राजनेताओं के सामने एड़ियां रगड़ते रहे परंतु परिणाम ढाक के तीन पात रहा। विधान सभा चुनावों के दौरान ग्रामीणों की माग पर प्रियंका गांधी का आश्वासन भी काम नहीं आया। साथ ही चुनाव में विजयी रहे काग्रेस पार्टी के विधायक डा.मो.मुस्लिम भी एक दर्जन से च्यादा बार नारायनचक गांव आये परंतु उनका भी ध्यान ग्रामीणों की इस नारकीय समस्या की तरफ नहीं गया। गांव निवासी हरिशरण उर्फ बच्चू बाजपेई ने बताया कि जिस समय मार्ग का निर्माण शुरू हुआ था उस समय अचानक ठेकेदार निर्माण कार्य गिट्टी स्तर तक कराने के बाद छोड़कर चला गया। बाद में पता चला कि वन विभाग के अधिकारियों ने गांव आने-जाने के रास्ते को वन भूमि होने का दावा किया था और ठेकेदार इसी झासे में काम छोड़कर चला गया तब से लौटकर आज तक नहीं आया गांव के उमा शकर पांडे ने बताया कि मार्ग निर्माण के लिए एक दर्जन से अधिक शिकायती प्रार्थनापत्र दिए गए। परंतु मार्ग निर्माण का कार्य पूर्ण नहीं हो सका। गांव में अल्पसंख्यक समुदाय के साथ ही पिछड़े व दलितों की बड़ी आबादी वाला ये गांव एक अदद पक्के मार्ग के लिए तरस रहा है और ग्रामीण अपने आप को ठगा महसूस कर रहें हैं।