इलेक्शन बना दूल्हे राजा का टेंशन
चिंतामणि मिश्र,अमेठी: इलेक्शन दूल्हे राजा के लिए टेंशन बन गया है। पुलिस विभाग के दर्जनों सिपाहियों की शादी की रस्म पर चुनाव आड़े आ रहा है। कई तो ऐसे हैं जिनकी शादी चुनाव वाले दिन ही है,लेकिन लाख मिन्नतों के बाद भी साहब छुट्टी देने को तैयार नहीं है। ऐसे में सारी तैयारियां कर चुके परिजन पशोपेश में है।
पिछले एक दशक में इस वर्ष सबसे अधिक लग्न मुहूर्त हैं। जनवरी,अक्टूबर और नवंबर महीने को छोड़कर कुल नौ महीने शहनाईयां बजनी हैं। इनमें सबसे अधिक मुहूर्त चुनावी माह यानी मई में ही हैं। ऐसे में मई माह में पहले से शादी तय कर चुके सरकारी नौकरी करने वाले लोगों के लिए परेशानियां बढ़ गई हैं। सबसे ज्यादा दिक्कतें पुलिस कर्मियों को हो रही हैं। पुलिस विभाग में दर्जनों सिपाही ऐसे हैं जिनकी शादी अप्रैल के अंतिम से लेकर मई के पहले सप्ताह में है। शादी की तारीख निश्चित करते वक्त तो चुनावों का भान किसी को था नहीं। ऐसे में अब चुनाव आन पड़े तो परेशान होना लाजमी है। लाख मिन्नतों के बाद भी साहब छुट्टी देने को तैयार नहीं है। चुनाव सरकार की प्राथमिकता है तो शादी की निश्चित तारीख का टलना भी असंभव हो रहा है।
कई को सात को ही लेने है सात फेरे
कई लोग ऐसे भी हैं जिन्हें सात मई को ही सात फेरे लेने हैं। अब तक साहब की चौखट पर हाजिरी लगा रहे हैं। छुटटी को लेकर कहीं से भी कोई दरियादिली नहीं दिख रही है।
अप्रैल में 11 व मई में 24 लग्न मुहूर्त
आचार्यो की माने तो अप्रैल माह में कुल 11 जबकि मई माह में 24 लग्न मुहूर्त हैं। छह तारीख व सात तारीख को भी लग्न का मुहूर्त है।
बोले साहब
चुनावों में छुटटी दे पाना काफी मुश्किल हो रहा है। फिर भी जरूरत के अनुसार जितने में कार्यक्रम संपादित हो जाए छुटिटयां दी जा रही हैं।
हीरालाल
एसपी,अमेठी