Move to Jagran APP

दिन भर हुई बादलों की आंख मिचौली

By Edited By: Published: Thu, 17 Apr 2014 06:37 PM (IST)Updated: Thu, 17 Apr 2014 06:37 PM (IST)
दिन भर हुई बादलों की आंख मिचौली

अमेठी, जागरण संवाददाता: बादलों की आंख मिचौली ने किसानों को दिन का चैन व रात की नींद हराम कर रखी है। मौसम में हर दिन हो रहे बदलाव से भयभीत किसान खेतों में तैयार फसल को घर तक लाने के लिए युद्ध स्तर से जुटे हुए हैं। जहां तहां आदमी व मशीन दोनो का उपयोग फसल को सुरक्षित घर तक पहुंचाने के लिए हो रहा है।

loksabha election banner

इस बार जब से गेहूं की बुआई हुई तब से ही मौसम का मिजाज कुछ बदला हुआ है। पहले तो बेमौसम बरसात से किसानों को खासी राहत मिली और उनकी गेहूं की फसल बिना सिचाई के ही तैयार हो गई। ऐसे में एक बार फिर मौसम में बदलाव और बादलों की आंख मिचौली शुरू हो गई है। बुधवार की शाम हल्की बूंदाबांदी हुई तो रात भर किसान परेशान रहे। सुबह मौसम साफ दिखा तो लोगों ने राहत की सांस ली, लेकिन नौ बजते बजते मौसम में एक बार फिर करवट पलटी और आसमान में अचानक बादल छा गए और देखते ही देखते बूंदाबांदी शुरू हो गई। फिलहाल राहत मिली और मौसम दोपहर होते होते एक बार फिर साफ हो गया और चटक धूप ने फिर पूरे दिन लोगों को पसीना पसीना किया। फिर भी मौसम में हर दिन व हर पल हो रहे बदलाव को देख किसान अपनी मेहनत की कमाई को हर हालत में जल्द से जल्द घर लाने के लिए युद्ध स्तर से जुटा हुआ है।

बोले विशेषज्ञ

नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय के कृषि वैज्ञानिक व अमेठी कृषि ज्ञान केंद्र के प्रभारी डा. आनंद सिंह ने कहाकि मौसम में अभी यह बदलाव बना रहेगा। उन्होंने किसानों से जल्द से जल्द फसल को सुरक्षित कर लेने की अपील की है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.