¨जदगी इ अधूरी बा प्यार के बिना..
लालगंज, प्रतापगढ़ : जैसे गोरी नीक लागे न श्रृंगार के बिना, वैसे ¨जदगी अधूरी बा प्यार के बिना..। घुइ
लालगंज, प्रतापगढ़ : जैसे गोरी नीक लागे न श्रृंगार के बिना, वैसे ¨जदगी अधूरी बा प्यार के बिना..। घुइसरनाथ धाम के 22 वें एकता महोत्सव में यह यादगार प्रस्तुति मुंबई से आए लोक गायक सुरेश शुक्ला ने दी तो बगल बह रही सई की लहरें भी झंकृत सी होने लगीं। भक्ति गीतों से लेकर युवाओं के दिल तक की बात हुई। देश भक्ति का जुनून भी पैदा किया गया। कलाकारों के साथ हजारों दर्शकों ने एकता का तराना मिलकर गुनगुनाया, जो महोत्सव के मकसद को मजबूत कर गया। धाम के सांस्कृतिक मंच से कलाकारों द्वारा ऐसी सुर सरिता बहाई गई कि देर रात तक हजारों हजार का हुजूम आंनद में डूबा रहा। पार्श्व गायक रवि त्रिपाठी ने तराना छेड़ा..ओ मेरी मां तू कितनी अच्छी है। मुस्कराने की वजह तुम हो.., तेरे मस्त-मस्त दो नैन तथा सनम रे सनम रे भी गाया। इसके अलावा अवधी कवि जुमई खां आजाद की रचना कथरी को भी गुनगुनाए। मुंबई के मशहूर कामेडियन सुनील पाल ने अपने अंदाज से लोटपोट किया तो लखनऊ की कवयित्री कविता तिवारी ने कविता पढ़ी-जब तक सूरज चंदा चमके तब तक यह ¨हदुस्तान रहे। पार्श्व गायिका अनीता ¨सह व टीम का नृत्य तथा होली गीत से रंग जमाया। स्थानीय लोकगायक अमर बेदर्दी, मंचल प्रतापगढ़ी, दीपक मिश्र, चंचल शुक्ल के गीत भी सुने गए। संचालन लखनऊ की एंकर मिनिशा ने किया।
इस अवसर पर कलाकारों को सम्मानित करते हुए महोत्सव आयोजन समिति के स्वागताध्यक्ष एवं सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि इस आयोजन से लोक संस्कृति को मजबूती प्रदान हो सकेगी। बाबा धाम एक दिन देश के पर्यटन मानचित्र पर दिखेगा। इस वित्तीय वर्ष के दौरान सोलर पावर प्लांट और सई नदी के रिवर फ्रंट के साथ एक और पैदल सेतु बनेगा। इस मौके पर ब्लाक प्रमुख अशोक ¨सह, मीडिया प्रभारी ज्ञान प्रकाश शुक्ल, लाल कृष्ण प्रताप ¨सह, रामबोध शुक्ल, श्याम किशोर शुक्ल, डा. नीरज तिवारी, राघवेंद्र नाथ शुक्ल मौजूद रहे। आभार प्रदर्शन सांसद प्रतिनिधि भगवती प्रसाद तिवारी ने किया। कलाकारों का उत्साह बढ़ाने में विधायक आराधना मिश्रा मोना, अंबिका मिश्र, एसडीएम राजेंद्र प्रसाद तिवारी आदि रहे। इसके पहले सांसद प्रमोद ने दीपदान किया।