दो की मौत पर सांगीपुर में बवाल, थाने पर बोला धावा
लालगंज, प्रतापगढ़ : सांगीपुर बाजार में मंगलवार को निजी बस के कुचलने से युवक व मासूम बच्चे की मौत के
लालगंज, प्रतापगढ़ : सांगीपुर बाजार में मंगलवार को निजी बस के कुचलने से युवक व मासूम बच्चे की मौत के बाद बवाल हो गया। पुलिस द्वारा आनन-फानन में शवों को वहां से हटा देने पर गुस्साई भीड़ ने जहां चालक-परिचालक की पिटाई करते हुए थाने को घेर लिया। लोगों ने पुलिस वालों को भी पीटा व उनके बिल्ले नोच लिए। देर रात तक भीड़ ने थाने पर कब्जा कर रखा था।
लालगंज सर्किल के उदयपुर थाना क्षेत्र के पूरे शिववंश खानीपुर गांव के 25 साल का शिवकेश ¨सह पुत्र दृगपाल ¨सह क्षेत्र के ही सोनार की बाग जोगापुर गांव निवासी अपनी साली आरती पत्नी अजय ¨सह को बाइक से सांगीपुर बाजार लेकर गया था। आरती को अपने पांच वर्षीय पुत्र सुमित तथा दुधमुंही बच्ची आंचल के लिए कपड़े लेने थे। खरीदारी करके शाम को करीब सवा चार बजे दिन में जैसे ही वह सांगीपुर कस्बे के नहर की पुलिया के पास पहुंचा ही था कि अठेहा की ओर से प्रतापगढ़ जा रही बस से आमने-सामने टक्कर हो जाने से बाइक सवार युवक शिव केश कुचल गया। घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई। साली का मासूम बेटा सुमित गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे सीएचसी सांगीपुर लाया गया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
उधर गुस्साए कस्बावासियों व राहगीरों ने बस के चालक व परिचालक की पिटाई कर दी। सूचना पर पहुंची पुलिस के बचाव से चालक परिचालक की जान बच सकी। घटना को लेकर मौके पर भारी भीड़ इकट्ठा हो गई। सांगीपुर पुलिस जहां चालक परिचालक को अपने साथ थाने ले गई वहीं मासूम के शव को भी अपने कब्जे में ले लिया।
इसके बाद करीब दो घंटे बाद आरती व शिवकेश के गांव वालों का रेला मौके पर टूट पड़ा। भारी भीड़ के इस तरह आ जाने का अंदाजा पुलिस को नहीं था। भीड़ ने थाने में घुसकर पुलिस वालों से हाथापाई की। दो तीन सिपाहियों को पीटा भी। उनके बिल्ले नोच लिए, वर्दी खींच ली। इससे खाकी वाले सहमे रहे। वह कुछ बोल नहीं पा रहे थे।
-----
दहशत में बाजार बंद, लगाया जाम
-थाने में शव न देख फूटा गुस्सा
-जल्दबाजी में शव हटाना पड़ गया भारी
लालगंज, प्रतापगढ़ : बवाल बढ़ने पर सांगीपुर बाजार की दुकानें धड़ाधड़ बंद हो गईं। घटना की सूचना पर जब अन्य परिजन सांगीपुर थाने पहुंचे तो उन्हें पता चला कि मृतकों का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। इसे लेकर परिजन आक्रोशित हो उठे। उनका कहना था कि आखिर उनके पहुंचने के पहले ही शव को कैसे पीएम के लिए भेज दिया गया। वह मृतकों का चेहरा भी नहीं देख सके। इसे लेकर परिजनों में थाने में खूब हंगामा किया।
लाठी, डंडे व पत्थर लेकर आए
गुस्साए लोग लाठी डंडा व पत्थर लेकर मारपीट पर उतारू हो गए। भीड़ ने सड़क पर जाम कर दिया। इससे आवागमन बाधित हो गया।
मां के आंचल ने बचाया
बाइक जहां युवक शिवकेश चला रहा था, वहीं उन्हीं के पास मासूम सुमित बैठा था। बाइक पर सबसे पीछे युवक की साली आरती अपने दुधमुंही बच्ची आंचल को आंचल में छिपाकर बैठी थी। बाइक की टक्कर से जहां युवक व बच्चे की मौत हो गई। वहीं जोरदार टक्कर से आरती अपने दुधमुंही बच्ची आंचल को लेकर दूर जा गिरी। इस जोरदार टक्कर में भी आरती अपने दस माह की दुधमुंही बच्ची आंचल को अपने आंचल से नहीं दूर होने दिया।
----
लाकअप में चालक-परिचालक पर हमले का प्रयास
-बदहवाश मां ने थाने में घुसकर खोजा बच्चे का शव
-मामला गंभीर देख कुछ बोल नहीं पा रही थी पुलिस
लालगंज, प्रतापगढ़ : गुस्साई भीड़ ने बस के चालक व परिचालक को थाने के लाकअप में पीटने का प्रयास किया। लाकअप बंद होने से दोनों बच सके।
मासूम सुमित की मां आरती थाने के अंदर घुस गई। कहने लगी उसके बेटे के शव को थाने में ही कहीं छिपाया गया है। वह थाने के हर कमरों में घुस घुस कर अपने बच्चे के शव की तलाश कर रही थी। वहीं सांगीपुर पुलिस लोगों के बीच घिरी हुई थी। भीड़ इतनी बेकाबू थी कि पुलिस की बोलती बंद थी। महिलाएं सड़कों पर पड़े पत्थरों व ईटों को खोज खोज कर अपने पास रख रहीं थी। पूरे बाजार में भय का माहौल बना रहा।