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मानसून की पहली बारिश में ही शहर पानी -पानी

प्रतापगढ़। जिले में रविवार को मानसून ने दस्तक दे दी। सुबह से उमस से बेहाल लोगों ने दोपहर में हुई बरस

By JagranEdited By: Published: Sun, 25 Jun 2017 11:42 PM (IST)Updated: Sun, 25 Jun 2017 11:42 PM (IST)
मानसून की पहली बारिश में ही शहर पानी -पानी
मानसून की पहली बारिश में ही शहर पानी -पानी

प्रतापगढ़। जिले में रविवार को मानसून ने दस्तक दे दी। सुबह से उमस से बेहाल लोगों ने दोपहर में हुई बरसात से जहां राहत महसूस की, वहीं कई गलियों में जलभराव से परेशानी हुई। पिछले तीन दिनों में कई बार आसमान में बादल तो दिखे, लेकिन बरसात नहीं हुई। रविवार को सुबह धूप निकली, लेकिन दोपहर लगभग सवा एक बजे अचानक मौसम बदला और आसमान में बादल छा गए। देखते ही देखते बरसात होने लगी। बिजली भी कड़की। गरज तरज के साथ पौने दो बजे तक बारिश हुई। लगभग पौने एक घंटे की बरसात से ही शहर के शिवजी पुरम, जीआइसी के सामने, पल्टनबाजार, सब्जी मंडी, फलमंडी, सिनेमारोड, बेगमवार्ड सहित कई मुहल्लों की गलियों में जलभराव हो गया। सनई अनुसंधान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. मनोज त्रिपाठी ने बताया कि कुल 35 मिमी बरसात हुई। बरसात से तापमान भी लुढ़क गया। अधिकतम तापमान 27.4 व न्यूनतम 25.2 डिग्री सेल्सियस रहा।

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नालों की सफाई की खुली पोल

प्रतापगढ़ : शहर में हुई बरसात ने नगरपालिका की सफाई व्यवस्था की पोल खोल दी है। पूर्व में नालों की सफाई ठीक ढंग से नहीं कराई गई। यही कारण रहा कि शहर के कई मुहल्लों में जलभराव की नौबत आ गई। शिवजीपुरम में बरसात से गलियों में इस कदर कीचड़ हो गया कि लोगों का घर से निकलना परेशानी भरा रहा। मोहल्ले के डॉ.छविनारायण पांडेय का कहना था कि गली में जलनिकासी की समस्या है। पहले से ही घरों का पानी सड़क पर लगने से चलना मुश्किल था अब बरसात होने के बाद समस्या और गहरा गई है। प्रदीप कुमार शुक्ल ने कहा कि शिवजी पुरम में जलनिकासी के लिए पूर्व में डीएम को शिकायती पत्र दिया गया था लेकिन कोई उपाय नहीं हुआ। जीआइसी के सामने वाली गली में जलभराव के बारे में सभासद देवव्रत का कहना है कि बरसात के पूर्व नाले की सफाई न होने से सिल्ट जमा हो जाती है। नगरपालिका से नाले की सफाई कराने का अनुरोध किया गया था। पल्टनबाजार के श्रीपाल का कहना था कि अभी यह हाल है तो आगे क्या होगा, यह सोचकर ही डर लगता है, क्योंकि पूरी बरसात बाकी है। बेगम वार्ड के लल्लू महाजन की शिकायत भी ऐसी ही थी। कहा कि नाले नालियों की सफाई ढंग से न होने के कारण बरसात के बाद नारकीय स्थिति उत्पन्न हो गई है। सफाई कर्मचारियों के दर्शन कम ही होते हैं। संडवाचंद्रिका प्रतिनिधि के अनुसार रविवार को हुई बरसात से लोगों को गर्मी से राहत मिली। हालांकि बारिश बंद होने के बाद उमस फिर उफना गई।

ईदगाह रोड पर उखड़ी पै¨चग : सदर बाजार में भुलियापुर स्थित ईदगाह जाने वाली रोड पर रविवार को की गई पैचिंग भी जहां तहां उखड़ गई। जब काम चल ही रहा था कि बारिश शुरू हो गई।

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धान की नर्सरी को मिली संजीवनी

प्रतापगढ़ : पहली जोरदार बरसात से धान की नर्सरी को संजीवनी मिली है। किसानों में पैदावार अच्छी होने की उम्मीद जगी है। उपकृषि निदेशक एके ¨सह ने बताया कि जिले के 85 प्रतिशत किसानों ने धान की नर्सरी डाल रखी है। जो शेष बचे हैं बरसात के बाद वह भी धान की नर्सरी डालेंगे। धान की नर्सरी डालने वाले किसानों के लिए बरसात मुफीद साबित हुई। संडवा चंद्रिका क्षेत्र में भी धान उत्पादक किसान बरसात से गदगद नजर आए।


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