इस तरह तो प्राइमरी स्कूल बन चुका माडल
राजगढ़, प्रतापगढ़ : नर्सरी स्कूल की तर्ज पर बेसिक स्कूलों में पठन-पाठन के लिए जिले में दो माडल स्कूल
राजगढ़, प्रतापगढ़ : नर्सरी स्कूल की तर्ज पर बेसिक स्कूलों में पठन-पाठन के लिए जिले में दो माडल स्कूल खोले गए थे। एक डोमी भुआलपुर तथा दूसरा राजगढ़ में। राजगढ़ में खुले माडल स्कूल में शुरुआती दौर में पांच शिक्षक व एक हेड मास्टर थे। एक साल तक तो सबकुछ ठीक ठाक रहा ¨कतु पिछले वर्ष यहां से तीन शिक्षकों में डा. रश्मि ¨सह, रवींद्र कुमार पटवा, नीलम ¨सह व संतोष कुमार का प्रमोशन व सीधी भर्ती के कारण स्कूल से हट गए। तभी से पठन पाठन का कार्य प्रभावित होना शुरू हो गया। वर्तमान में हेड मास्टर अजय कुमार दुबे व समायोजित शिक्षिका भानुमती ¨सह यहां कार्यरत हैं। शिक्षकों की कमी के बावजूद अभी शिक्षा का स्तर अन्य बेसिक स्कूलों से काफी बेहतर है। शिक्षकों की कमी पूरी करने को लेकर हेडमास्टर अजय दुबे काफी प्रयासरत हैं, उन्होंने खंड शिक्षा अधिकारी एवं बीएसए से मांग भी की है।
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पेयजल के लिए सड़क पार जाते हैं बच्चे
राजगढ़, प्रतापगढ़ : माडल स्कूल राजगढ़ में पेयजल संकट काफी पुराना है। यहां के बच्चों को इलाहाबाद फैजाबाद हाइवे पार कर सड़क के दूसरी छोर पर स्थित हैंडपंप पर पानी पीने जाना पड़ता है। यहां तक कि पानी के कारण मिड-डे-मील बनाने में दिक्कतें आती है। विधान सभा चुनाव के दौरान हल्ला मचने पर स्कूल में लगे इंडियामार्का हैंडपंप को रीबोर कराकर ठीक कराया गया, लेकिन वह अभी भी बालू उगल रहा है। इसके लिए हेडमास्टर अजय दुबे ने कई बार शिकायत विभागीय एवं प्रशासनिक अधिकारी से की लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है।
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जिले के दोनों माडल स्कूलों में जल्द ही तीन-तीन शिक्षक तैनात होंगे। इसके लिए सोमवार से प्रक्रिया शुरू की जाएगी। डीएम से शिक्षकों की नियुक्ति की अनुमति मिल गई है। पेयजल का हैंड पंप ठीक कराने को जल निगम को पत्र लिखा गया है। जल्द ही समस्या दूर कराने का प्रयास होगा।
-बीएन ¨सह, बीएसए प्रतापगढ़