राशन होने पर भी भूखे मर गया दिव्यांग
रानीगंज, प्रतापगढ़ : पहले से बेबस एक दिव्यांग का न घर वालों ने साथ दिया न समाज ने। पत्नी पहले ही छोड़
रानीगंज, प्रतापगढ़ : पहले से बेबस एक दिव्यांग का न घर वालों ने साथ दिया न समाज ने। पत्नी पहले ही छोड़ कर चली गई थी। बेटे ने भी साथ नहीं दिया। गांव वाले भी मौत के बाद पहुंचे। राशन था पर पानी से भीग कर सड़ गया। बिस्तर और शरीर में कीड़े पड़ गए। मौत के दो दिन बाद दुनिया से गुजर जाने का पता चला। यह मसला है रानीगंज तहसील क्षेत्र के नजियापुर गांव का। दिव्यांग की मौत के बाद दिन भर चर्चाओं का दौर चलता रहा। बताया गया कि उसकी मौत भूख से तड़प कर हुई है। डीएम ने भूख से मौत होने से इंकार किया है। मामले की सूचना तहसीलदार, पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। नजियापुर गांव निवासी राम¨सगार गौड़ (40) पुत्र स्व.किशोरीलाल को एक बेटा है। उसकी पत्नी करीब 10 वर्ष पहले राम¨सगार को छोड़कर कहीं चली गई। राम¨सगार की माली हालत ठीक नहीं थी। उसके पास न तो रहने का आशियाना था और न ही खाने को दाना। ग्रामीणों की मानें तो उसका बीपीएल कार्ड बना था। जिससे राशन मिलता था और उसी से जीविकोपार्जन करता था। महीने भर पहले बेटा विनय गौड़ अपनी बुआ के यहां प्रतापगढ़ चल गया और वहीं रहने लगा। यहां राम ¨सगार घर पर अकेले रह रहा था। दिव्यांगता के कारण खाना नहीं बना पाता था। शनिवार को वह चारपाई पर मृत मिला तो गांव में अफरा तफरी मच गई। ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई और इसकी सूचना तहसीलदार व रानीगंज पुलिस को दी गई। मौके पर लेखपाल व कानूनगो के साथ पुलिस पहुंची। सूचना पर बेटा विनय भी पहुंचा। पुलिस ने शव का पंचनामा करके पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। शव व बिस्तर में कीड़े लग गए थे। माना जा रहा है कि मौत एक दो दिन पहले हुई है लेकिन ग्रामीणों को जानकारी शनिवार को हुई। क्योंकि वह घर पर अकेला था। बेटे विनय गौड़ का कहना है कि वह कुछ दिन पहले कोटे से राशन उठा कर घर रख कर गया था। बारिश में भीग कर राशन खराब हो गया था। ग्रामीणों की मानें तो उसकी मौत भूख से हुई है। इस बाबत तहसीलदार संतोष कुमार सोनकर का कहना है कि घटना की जानकारी होने पर लेखपाल व कानूनगो को भेजा गया था। मृतक मानसिक रूप से विक्षिप्त था। उसके छप्पर में राशन भी मिले। भूख से मौत नहीं हुई है। फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सच्चाई का पता लगेगा।
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--दिव्यांग राम ¨सगार का मानसिक संतुलन ठीक नहीं था। भूख से मरने की बात सही नहीं है। जांच कराई गई तो उसके बेटे ने बताया कि उसके पास राशन कार्ड भी है और घर में राशन भी मिला।
-डा.आदर्श ¨सह, डीएम, प्रतापगढ़।