सीडीओ विहीन विकास भवन, काम ठप
प्रतापगढ़ : केंद्र से लेकर प्रदेश सरकार की कल्याणकारी विकास योजनाओं के संचालन पर बेल्हा में संकट के
प्रतापगढ़ : केंद्र से लेकर प्रदेश सरकार की कल्याणकारी विकास योजनाओं के संचालन पर बेल्हा में संकट के बादल हैं। जिले में तीन सप्ताह से मुख्य विकास अधिकारी का पद रिक्त है। इसके चलते अधिकांश काम ठप है। दो दो कैबिनेट मंत्री शिवाकांत ओझा व रघुराज प्रताप ¨सह राजा भइया के जिले में यह हाल है। शासन को जिले के लिए एक अदद सीडीओ ढूंढे नहीं मिल रहा है। प्रतापगढ़ के सीडीओ रहे आईएएस मनीष कुमार वर्मा का बीते दिनों शासन ने तबादला कर दिया था। उनको इसी पद पर मथुरा भेज दिया गया। उन्होंने अपना चार्ज जिला विकास अधिकारी रमाकांत को दिया व रुखसत हो गए। उनके जाने के बाद से अब तक जिले को कोई नया सीडीओ नहीं मिला है। यहां के लिए नियुक्त किए गए सीडीओ ओम प्रकाश वर्मा ने दो सप्ताह बाद भी यहां का चार्ज नहीं लिया है। ऐसे में जिला सीडीओ विहीन है।
इसके चलते विकास संबंधी कार्य संचालन प्रभावित हो रहा है। संबंधित विभागों के अफसर व कर्मचारी मन के मालिक बने हुए हैं। विकास भवन आने वाले फरियादी सुनवाई न होने से मायूस लौट रहे हैं। प्रभारी सीडीओ रमाकांत तिवारी अपने विभाग के कार्यों के बोझ के चलते अतिरिक्त पद के साथ बहुत न्याय नहीं कर पा रहे हैं। इसके अलावा यह तो जगजाहिर है कि कार्यवाहक का कितना असर होता है। यही वजह है कि जिसका जब मन कह दिया आया, जब चाहा चला गया। इस मनमानी के चलते सांगीपुर के राम प्रकाश, अतरसंड के शिव प्रताप, परियांवा के राजेंद्र, सगरा के इंद्र बहादुर व रमजान अली जैसे तमाम लोग अपनी समस्या का हल नहीं पा सके। इनको समाजवादी पेंशन में पात्र होने के बाद भी शामिल न किए जाने का मलाल है, पर कहें किससे।