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सीओ ने दर्ज किया दुष्कर्म पीड़िता का बयान

प्रतापगढ़ : कोहड़ौर थाना क्षेत्र के सुंदरपुर गांव की दुष्कर्म पीड़िता के परिजनों को अब न्याय की आस लग

By Edited By: Published: Tue, 28 Jul 2015 10:50 PM (IST)Updated: Tue, 28 Jul 2015 10:50 PM (IST)
सीओ ने दर्ज किया दुष्कर्म पीड़िता का बयान

प्रतापगढ़ : कोहड़ौर थाना क्षेत्र के सुंदरपुर गांव की दुष्कर्म पीड़िता के परिजनों को अब न्याय की आस लग रही है। जागरण में पीड़िता के परिजनों पर थाने में आरोपियों के साथ समझौता करने का दबाव डालने की खबर प्रकाशित होने के बाद एसपी ने सीओ सिटी को जांच करने का निर्देश दिया। सीओ सिटी एस के वर्मा ने सुंदरपुर जाकर पीड़िता के बयान दर्ज किए।

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गौरतलब है कि सुंदरपुर की किशोरी को शादी का झांसा देकर एक बच्चे का पिता लगातार यौन शोषण करता रहा। किशोरी के पेट में दर्द होने पर मामले का खुलासा हुआ। पता चला कि उसको आठ माह का गर्भ है। परिजन जब उलाहना देने गए तो मामले को रफा दफा करने के लिए गांव में पंचायत शुरू हो गई। किशोरी के पिता ने 26 जुलाई को थाने में तहरीर दिया तो पुलिस ने आरोपी को हिरासत में तो ले लिया पर बाद में कार्रवाई करने की जगह समझौता करने का दबाव बनाने लगी। 27 जुलाई को थानेदार बदलने पर मामले का खुलासा हुआ। इसके बाद भी पुलिस नहीं मानी। मौजूदा एसओ शिवाकांत तिवारी ने सिपाही भेज कर पीड़िता के पिता, भाई को थाने बुलाया। थाने में आरोपी के पिता ने 30 हजार रुपये दिया और सुलहनामा लिखा दिया गया। आरोपी के पिता ने यह भी कहा कि जो बच्चा पैदा होगा, उसकी परवरिश में आने वाले खर्च को वह उठाएगा। इसके बाद बिना तहरीर दिए पीड़िता के पिता, भाई समेत अन्य परिजन थाने से घर लौट गए। जागरण ने इसे प्रमुखता से प्रकाशित किया। मंगलवार को पीड़िता के पिता व भाई ने दोपहर बाद एसपी से मिल कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी व कार्रवाई की मांग की। एसपी ने सीओ सिटी को मौके पर जांच के लिए भेजा है। सीओ ने पीड़िता, उसके पिता से घटनाक्रम के बारे में पूछताछ की। गांव के कुछ अन्य लोगों का भी सीओ ने बयान लिया। उनके साथ एसओ शिवाकांत तिवारी भी थे। एसओ का कहना था कि उन्होंने सुलह के लिए कोई दबाव नहीं बनाया। वह तो तहरीर मांग रहे थे पर पीड़िता के परिजनों ने तहरीर नहीं दी। एसपी अखिलेश चौरसिया का कहना है कि पीड़िता के परिजनों ने मिल कर घटना की जानकारी दी है। पुलिस का काम पंचायत कराना नहीं, बल्कि मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई कराना है। हालांकि एसओ ने किसी तरह की सुलह कराने की बात से इंकार किया है। आरोपी को थाने में बैठाया गया है। कार्रवाई की जाएगी।


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