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बाग में बकरी जाने को लेकर जातीय संघर्ष, तड़तड़ाई गोलियां

प्रतापगढ़ : क्षेत्र के सड़ौरा गांव में मंगलवार सुबह के वक्त रिटायर्ड शिक्षक के महुआ की बाग में बकरी ज

By Edited By: Published: Tue, 07 Jul 2015 11:27 PM (IST)Updated: Tue, 07 Jul 2015 11:27 PM (IST)
बाग में बकरी जाने को लेकर जातीय संघर्ष, तड़तड़ाई गोलियां

प्रतापगढ़ : क्षेत्र के सड़ौरा गांव में मंगलवार सुबह के वक्त रिटायर्ड शिक्षक के महुआ की बाग में बकरी जाने को लेकर हुए विवाद में दो पक्षों में गोलियां तड़तड़ाने के साथ लाठी डंडे, धारदार हथियार भी चले। इसमें दोनों पक्षों से लगभग डेढ़ दर्जन लोग घायल हो गए। छर्रे लगने से रामअजोर सरोज जहां गंभीर रूप से घायल हो गया, वहीं दीपक तिवारी व सूर्यकांत को भी गंभीर चोटें थी। सभी घायलों को सीएचसी लाया गया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद दोनों पक्षों से चार लोगों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। सरोज बस्ती के लोगों ने खपरैल, टीनशेड में तोड़फोड़ की। सूचना पर रानीगंज पुलिस के साथ कई थानों की फोर्स पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में किया। तनाव के मद्देनजर गांव में पुलिस पीएसी तैनात की गई है।

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संडौरा गांव निवासी रिटायर्ड शिक्षक उमाकांत तिवारी (80) के महुआ की बाग में मंगलवार को सुबह लगभग दस बजे रामअजोर सरोज की बकरी चली गई और महुआ का कोइया खाने लगी। इस पर उमाकांत का बेटा सूर्यकांत व घर के लोग बकरी को बाग से पकड़कर घर लाकर बांध दिए। जानकारी होने पर रामअजोर सरोज के पक्ष के लोग उमाकांत के घर पहुंचे और बकरी छोड़ने की बात कही। दोनों पक्षों में कहासुनी हुई। इसके बाद बकरी छोड़ दी गई। घर जाने पर जब रामअजोर ने कहासुनी की बात बताई तो उसके पक्ष से करीब चार दर्जन से अधिक लोग उमाकांत त्रिपाठी के घर पहुंचे और वृद्ध पार्वती (75) पत्नी देवतादीन पांडेय को मारने पीटने लगे। यह देख उमांकात के घर के परिजन दौड़ पड़े। इतने में सरोज बस्ती के लोगों ने सूर्यकांत पर हमला कर दिया। मामला बढ़ा तो दोनों पक्ष उग्र हो गए और लाठी डंडे, धारदार हथियार चलने लगे। इसी बीच तमंचे से गोलियां भी तड़तड़ाई। मारपीट व फाय¨रग से उमाकांत के बेटे सूर्यकांत तिवारी (30), पत्नी सोनपत्ती देवी (80), दीपक तिवारी (19) पुत्र राजू तिवारी, सूर्यकांत के भांजे चंद्रकेश (18), दुर्गावती देवी (40) पत्नी दुर्गेश घायल हो गए।

दूसरे पक्ष से रामअजोर सरोज (48) छर्रा लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए। मारपीट में राम अजोर की पत्नी नर्मदा (45), भाई हरीलाल (50), बेटा प्रदीप (18), बेटी नीतू (17), भांजा दिनेश कुमार (26), पत्नी लालती देवी (45) पत्नी हरीलाल को चोटें आई। घटना से नाराज सरोज बस्ती के लोगों ने उमाकांत के पड़ोसी नागेश्वर मिश्र के घर का खपरैल पीट कर तोड़ डाला। प्राणनाथ तिवारी का टीनशेड पीटने के बाद शिक्षक के घर में भी तोड़फोड़ की। घंटे भर चले गुरिल्ला युद्ध के दौरान अफरा तफरी का माहौल रहा । हर कोई जान बचाकर घर के अंदर भागता रहा।

घटना की सूचना पर एसओ बलिराम मिश्र फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और घायलों को सीएचसी रानीगंज भिजवाया। माहौल तनावपूर्ण होने के कारण फतनपुर, पट्टी थाने की फोर्स व पीएसी भी बुला ली गई। एसडीएम ब्रजेंद्र द्विवेदी, एडीएम पुनीत शुक्ला भी घटनास्थल पर फौरन पहुंचे और जांच पड़ताल की। फिलहाल गंभीर रूप से घायल रामअजोर सरोज, दिनेश कुमार व दूसरे पक्ष से सूर्यकांत, दीपक, चंद्रकेश को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।

दोनों पक्षों में तनाव व्याप्त होने के कारण गांव में कई थानों की पुलिस के साथ ही पीएसी तैनात है। मंगलवार देर रात तक किसी भी पक्ष ने घटना की तहरीर थाने पर नहीं दी थी। मौके पर 12 बोर का खोखा भी बरामद हुआ। दोनों पक्ष एक दूसरे पर फाय¨रग का आरोप लगाते रहे। इस बाबत एसओ बलिराम मिश्र का कहना है कि तमंचे से फाय¨रग हुई है। लाठी-डंडे चले हैं। आरोपियों की गिरफ्तारी शीघ्र होगी। वैसे तमंचे से फायर शिक्षक की तरफ से हुई है।

संडौरा गांव में रिटायर्ड शिक्षक उमाकांत तिवारी के महुआ की बाग में दूसरे पक्ष रामअजोर की बकरी ने कोइया खाया तो विवाद इस कदर बढ़ा कि देखते ही देखते खूनी खेल में बदल गया। लाठी, डंडे चलने के साथ गोली भी चल गई। वैसे लोगों की मानें तो दोनों पक्षों में विवाद कई दिनों से चल रहा था। उमाकांत की महुआ की बाग में आए दिन सरोज बस्ती के लोग बकरी चराते हैं, जिससे उनका नुकसान होता है। कई बार मना भी किए लेकिन नहीं माने। मंगलवार को बाग से रामअजोर की बकरी को उमकांत के बेटे व परिजन ने पकड़कर घर लाकर बांध दिया। इसी मामले को लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी के साथ जमकर मारपीट हुई।

विवाद किसी और से, भुगतना पड़ा किसी और को। संडौरा गांव में हुई मारपीट की घटना में पड़ोस के नागेश्वर मिश्र व प्राणनाथ, पार्वती का क्या कसूर था कि दूसरे पक्ष ने उनके घर में तोड़फोड़ की।

संडौरा गांव में हुई घटना के बाद गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। देखते ही देखते यहां कई थानों की फोर्स व पीएसी पहुंच गई। तनाव के मद्देनजर काफी संख्या पुलिस व पीएसी के जवान गांव में तैनात है।

आखिर अपने रानीगंज पर किसकी पड़ी बुरी नजर पड़ गई है। सब कुछ शांतिपूर्ण चल रहा था, लेकिन अचानक माहौल तनावपूर्ण हो गया।

बता दें कि रानीगंज थाना क्षेत्र के बसहा गांव में नदी में स्नान कर रही युवतियों से अश्लील हरकत करने के मामले में दो समुदाय में गोलियां तड़तड़ाई थी। उसके बाद भागीपुर में अश्लील हरकत के विरोध करने पर दो समुदाय में मारपीट के अलावा रानीगंज में व्यापारी पदाधिकारी को मारने पीटने के साथ कई घटनाओं ने जहां पुलिस की सक्रियता की पोल खोल ली, वहीं लोग अब सहमे हैं।


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