बिजली कटौती से उबल रहा है बेल्हा
प्रतापगढ़ : इन दिनों बिजली कटौती से बेल्हा उबल रहा है। शहरवासियों को 12 घंटे भी बिजली नहीं मिल पा रह
प्रतापगढ़ : इन दिनों बिजली कटौती से बेल्हा उबल रहा है। शहरवासियों को 12 घंटे भी बिजली नहीं मिल पा रही है। 10 घंटे जहां नियमित कटौती की जा रही है, वहीं लोकल फाल्ट के कारण बिजली की आवाजाही लगी रहती है। घर से लेकर अस्पताल तक लोग पसीना-पसीना हो रहे हैं।
सूर्य की भृकुटी टेढ़ी होने के कारण दिनों दिन पारा चढ़ता जा रहा है। तपन के कारण बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। भीषण गर्मी के बीच बिजली की किल्लत भी बढ़ गई है। रोस्टर के अनुसार भोर में चार से सात बजे, दोपहर एक से चार बजे, रात में आठ से 11 बजे बिजली कटौती रहेगी। लेकिन जब से गर्मी बढ़ी है, दोपहर में साढ़े बारह बजे से ही बिजली कट जा रही है। कभी 12 बजे बिजली कट जाती है। शुक्रवार को रात में 11 बजे बिजली आपूर्ति तो बहाल हो गई, लेकिन 15 मिनट बाद बिजली कट गई। फिर रात पौने बारह बजे आपूर्ति बहाल हुई। शनिवार को दोपहर में साढ़े बारह बजे ही बिजली कट गई थी।
देखा जाए तो रोस्टर के अनुसार बिजली कटौती 9 घंटे की जानी है, लेकिन मेन सप्लाई 10 घंटे तक ठप रह रही है। इसके अलावा लोकल फाल्ट के कारण बिजली की आवाजाही लगी रहती है। यानी शहर को बमुश्किल 12 घंटे ही बिजली मिल पा रही है। दिन की कटौती के कारण घर से लेकर दफ्तर, दुकान में रहना मुश्किल हो रही है। 12 घंटे से अधिक कटौती के कारण इनवर्टर पूरी तरह चार्ज नहीं हो पा रहे हैं। इससे आलम यह है कि घर में पंखा भी नहीं चल रहा है। ऐसे में लोग हाथ के पंखे के सहारे गर्मी से राहत पाने का प्रयास कर रहे हैं।
कुछ दिनों पहले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शहर को रात्रिकालीन कटौती से मुक्त करने का दावा किया था। एक दो दिन तक उसका असर रहा। लेकिन दो दिन बाद से ही मुख्यमंत्री का दावा हवा हवाई साबित हो गया। मौजूदा बिजली आपूर्ति के शेड्यूल से न तो दिन में चैन है और न रात में आराम। जिला अस्पताल में मरीज बेहाल है। गर्मी से राहत पाने के लिए लोग हाथ के पंखे का सहारा ले रहे हैं।