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फैली दहशत, स्कूलों से बाहर भागे बच्चे

प्रतापगढ़ : भूकंप का झटका महसूस होते ही स्कूलों से बाहर की ओर भागे। यही नहीं पहला झटका आने के बाद ही

By Edited By: Published: Sat, 25 Apr 2015 11:45 PM (IST)Updated: Sat, 25 Apr 2015 11:45 PM (IST)
फैली दहशत, स्कूलों से बाहर भागे बच्चे

प्रतापगढ़ : भूकंप का झटका महसूस होते ही स्कूलों से बाहर की ओर भागे। यही नहीं पहला झटका आने के बाद ही सभी स्कूल बंद कर दिए गए। जबकि बच्चों को लाने के लिए परिजन फौरन स्कूल की ओर भागे। बच्चे से मिलने के बाद ही परिजनों ने राहत की सांस ली। उधर, बीएसए दफ्तर में विकल्प पत्र भरने आए शिक्षा मित्रों में भगदड़ सी मच गई थी।

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शनिवार को दोपहर लगभग पौने बारह बजे भूकंप का पहला झटका महसूस किया गया तो प्रबंधक, ¨प्रसिपल व शिक्षक बच्चों को लेकर स्कूल के बाहर निकल आए। यही नहीं आनन-फानन में स्कूलों में छुट्टी कर दी गई। बच्चों को वाहनों से उनके घर भेजने की व्यवस्था की ही जा रही थी कि अचानक भूकंप का दूसरा झटका महसूस किया गया। साकेत गलर्स कालेज, प्रभात एक़ेडमी, बीएस मेमोरियल कालेज, रीवरडेल एकेडमी समेत अन्य स्कूलों में बच्चों को बाहर निकाल लिया गया। राज एंग्लो वैदिक स्कूल के प्रबंधक राजेश पांडेय सभी बच्चों को लेकर स्टेडियम में चले गए। इस दौरान प्रबंधक व ¨प्रसिपल को फोन करके परिजन बच्चे की खैर खबर लेते रहे और बच्चे को लेने फौरन स्कूल पहुंच गए।

उधर, स्टेडियम के पास स्थित बीएसए दफ्तर में शिक्षामित्र विकल्प पत्र भरने के लिए इकट्ठा हुए थे। जैसे ही भूकंप का झटका महसूस हुआ, शिक्षा मित्रों में भगदड़ सी मच गई और सभी दफ्तर से बाहर की ओर भागने लगे। कर्मचारियों के साथ बीएसए एसटी हुसैन भी दफ्तर से बाहर आ गए। इस दौरान सभी लोग सिर्फ भूकंप की ही चर्चा करते रहे।

इनसेट

भूकंप आने से पहले उसी विषय पर चल रहा था क्लास

प्रतापगढ़ : भूकंप आने से पहले साकेत गलर्स कालेज में उसी विषय पर क्लास चल रहा था। हुआ यूं कि भूकंप का पहला झटका आने के पहले कक्षा सात के बच्चों को भूकंप के बारे में जानकारी दी जा रही थी। भूकंप के खतरों के बारे में बताया जा रहा था। यह क्लास समाप्त होने के बमुश्किल 15 मिनट बाद भूकंप का पहला झटका महसूस किया गया तो बच्चे सहम गए। हालांकि शिक्षक व शिक्षिकाओं ने बच्चों को संभाल लिया।

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बेड हिलते ही मरीजों को लेकर भागे तीमारदार

प्रतापगढ़ : भूकंप का पहला झटका महसूस होते ही जिला अस्पताल व महिला अस्पताल में तीमारदार मरीजों को लेकर बाहर निकल आए। इससे वार्डो में सन्नाटा पसरा गया था।

जिला अस्पताल में इमरजेंसी से लेकर मेडिकल वार्ड, सर्जिकल वार्ड मरीजों से पटा पड़ा था। जैसे ही दोपहर लगभग पौने बारह बजे बेड, स्टूल, बेंच हिलते ही भूकंप का पहला झटका महसूस हुआ, मरीजों को लेकर तीमारदार बाहर की ओर भाग निकले। घंटे भर से अधिक समय तक लोग वार्डों से बाहर ही रहे। यही हाल जिला महिला अस्पताल का रहा। भूकंप के झटकों के दौरान दोनों अस्पतालों में वार्डो में सन्नाटा पसरा रहा।

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आधे घंटे तक ठप हो गई थी बिजली, संचार व्यवस्था

प्रतापगढ़ : भूकंप के झटकों के दौरान अचानक बिजली व संचार व्यवस्था ठप हो गई थी। पहला झटका आते ही विद्युत आपूर्ति ठप हो गई थी। मोबाइल फोन का नेटवर्क ध्वस्त हो गया। लोग फोन पर बात करने के लिए परेशान रहे। जैसे ही विद्युत आपूर्ति बहाल हुई, लोग भूकंप से हुई तबाही की खबर देखने के लिए टीवी से चिपक गए। इतने में दूसरा झटका महसूस हुआ तो फिर बिजली आपूर्ति ठप हो गई। फिर 15 मिनट बाद आपूर्ति बहाल हुई।

पूर्व प्राचार्य की गोशाला ध्वस्त, गाय दबी

प्रतापगढ़ : जनपद के सांगीपुर थाना क्षेत्र के बासूपुर पहाड़पुर निवासी संस्कृत महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य पं. भइया राम त्रिपाठी की गोशाला भूकंप के दौरान गिर गई। उसके नीचे बंधी गाएं दब गईं। शोर मचाने पर घर व गांव वालों की मदद से गायों को किसी तरह बाहर निकाला जा सका। इससे हजारों का नुकसान हुआ है। कांग्रेस नेता लव त्रिपाठी ने इसकी सूचना तहसील प्रशासन को दी है।

भूकंप से हुई जनहानि पर प्रमोद ने जताया दुख

प्रतापगढ़ : भूकंप से यूपी, बिहार, छत्तीसगढ़, दिल्ली, एमपी, राजस्थान, उत्तराखंड़ के साथ ही नेपाल में बड़े पैमाने पर हुई जनहानि पर राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने केंद्र व प्रदेश सरकार से मांग किया है कि बड़े पैमाने पर हुई क्षति की भरपाई के लिए लोगों की हर संभव मदद करें और मृतकों के परिजनों को अधिक से अधिक आर्थिक सहायता प्रदान करें। उन्होंने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए अपील किया है कि दैवीय आपदा की इस घड़ी में लोग सजग रहें और संयम बनाएं रखें।

जूनियर बार एसोसिएशन की बैठक में भारत और नेपाल में भूकंप से हुए जनहानि पर दुख व्यक्त किया गया। साथ ही दो मिनट का मौन रख कर दिवगंत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की गई। अध्यक्षता अध्यक्ष भूपेंद्रननाथ शुक्ल व संचालन महामंत्री दिनेश पांडेय ने किया। इस मौके पर गया प्रसाद मौर्य, विनोद त्रिपाठी, संतोष पांडेय, अनिल त्रिपाठी, नीरज ओझा, निर्भय ¨सह, शैलेश ¨सह, मकरंद शुक्ल, लल्ले दुबे, विक्रम ¨सह, पुरुषोत्तम, इंद्रमणि, अजय, सर्वेश आदि मौजूद रहे।


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