दूसरे दिन भी शुरू नहीं हो सका मूल्यांकन
प्रतापगढ़ : बोर्ड परीक्षाओं के उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन विरोध प्रदर्शन के चलते दूसरे दिन भी नहीं
प्रतापगढ़ : बोर्ड परीक्षाओं के उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन विरोध प्रदर्शन के चलते दूसरे दिन भी नहीं शुरू हो सका। परीक्षक मूल्यांकन केंद्रों पर पहुंचे और हस्ताक्षर करने के बाद उत्तरपुस्तिकाएं नहीं प्राप्त किए। केंद्रों के बाहर शिक्षकों ने सरकार विरोधी नारे लगाए। तदर्थ शिक्षकों के साथ ही माध्यमिक शिक्षक संघ के दोनों गुट भी विरोध प्रदर्शन में शामिल रहे। उधर जिला विद्यालय निरीक्षक को शासन के दिशा- निर्देश का इंतजार है, ताकि वे आंदोलनरत शिक्षकों के मामले में कोई मुनासिब कदम उठा सकें।
गौरतलब हैं कि प्रतापगढ़ में चार मूल्यांकन केंद्रों पर सोमवार से मूल्यांकन होना था। इंटरमीडिएट की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन जीआइसी एवं केपी कालेज में तथा हाईस्कूल की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन अबुलकलाम आजाद इंटर कालेज व पीबी इंटर कालेज में होना था। इसमें हाईस्कूल की लगभग चार लाख उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए 112 उपप्रधान परीक्षक तथा 1112 सहायक परीक्षक लगाए गए थे। इसी प्रकार इंटरमीडिएट की साढ़े छह लाख उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए 154 उप प्रधान परीक्षक तथा 1468 सहायक परीक्षक की तैनाती हुई थी। यह सारी व्यवस्थाएं शिक्षकों के विरोध प्रदर्शन के चलते धरी रह गई। उधर जिलाविद्यालय निरीक्षक ने सभी केंद्रों से परीक्षकों की उपस्थिति का विवरण मांगा है। पीबी इंटर कालेज में 236 परीक्षक उपस्थित होकर हस्ताक्षर किए और 271 परीक्षक अनुपस्थित रहे।
---------
शिक्षकों के आंदोलन के चलते मंगलवार को दूसरे दिन भी मूल्यांकन नहीं हो सका। शिक्षक केंद्रों तक पहुंचे और कुछ ने हस्ताक्षर भी किया है ओर मूल्यांकन नहीं किया। इससे कोठार में ताले लगे रहे। सभी केंद्रों अनुपस्थित परीक्षकों की सूची मांगी गई है। इस संबंध में शासन से अभी तक कोई दिशा निर्देश नहीं मिला है।
-आरके वर्मा, जिला विद्यालय निरीक्षक प्रतापगढ़
--------- -----------
पैकेज ---विरोध ...
अपनी जिद पर अड़ रहे शिक्षक, बहिष्कार रखा जारी
-दूसरे दिन भी की नारेबाजी, नहीं किया काम
फोटो-31पीआरटी-16
प्रतापगढ़ : मंगलवार को शिक्षकों ने चारों मूल्याकन केंद्रों का भ्रमणकर विरोध प्रदर्शन किया।
माध्यमिक शिक्षक संघ पांडेय गुट के जिला अध्यक्ष ज्ञानेंद्र शुक्ल के नेतृत्व में चारों मूल्यांकन केंद्रों पर कार्य बहिष्कार किया गया। श्री शुक्ल ने शिक्षकों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि जब तक शिक्षक समस्याओं अद्यतन शिक्षकों के विनियमितीकरण का शासनादेश निर्गत नहीं होता मूल्यांकन बहिष्कार जारी रहेगा। प्रांतीय उपाध्यक्ष डा.धर्मराज सिंह ने कहा कि शिक्षा राज्यमंत्री विनोद सिंह पंडित की घोषणाएं हवा हवाई साबित हुई। इस दौरान राघवेंद्र प्रताप सिंह, केपी सिंह, उमेश प्रसाद त्रिपाठी, रविशंकर शुक्ल, राकेश मिश्र, डीपी सिंह, सुधांशु शुक्ल, अवधेश विश्वकर्मा आदि रहे। इसी क्रम में माध्यमिक शिक्षक संघ शर्मा गुट के जिला अध्यक्ष दीनानाथ पांडेय व मंत्री विनोद कुमार सिंह के नेतृत्व में मूल्यांकन का बहिष्कार किया गया। संघ के जिला अध्यक्ष श्री पांडेय ने कहा कि शिक्षकों की मौलिक समस्याओं का समाधान एक दशक में न होना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। मंत्री विनोद कुमार सिंह ने कहा कि तदर्थ शिक्षकों का विनियमितीकरण नहीं हो रहा है। शिक्षक पेंशन से वंचित कर दिए गए हैं। इसके साथ ही अन्य समस्याओं के समाधान के बिना संघर्ष समाप्त नहीं होगा। इस दौरान पूर्व जिला अध्यक्ष रामराज मिश्र, सुरेश त्रिपाठी, अरुण शुक्ल, राजेश पांडेय, प्रकाश चंद्र शुक्ल, प्रभात कुमार, प्रमोद कुमार दुबे, अशोक दुबे, ओमप्रकाश त्रिपाठी, आलोक शुक्ल, आशीष सिंह, राज नारायण मिश्र, श्री नारायण तिवारी आदि मौजूद रहे। वित्तविहीन शिक्षक महासभा ने भी मूल्यांकन का बहिष्कार किया। महासभा के जिला अध्यक्ष लाल कृष्ण प्रताप सिंह ने कहा कि सरकार जब तक शिक्षकों की मांगों को पूरा नहीं करती आंदोलन जारी रहेगा। महासचिव शिवाकांत द्विवेदी ने कहा कि सरकार ने अपने घोषणा पत्र में किए गए वादे को पूरा नहीं किया। सरकार को वादा याद कराने को आंदोलन किया जा रहा है। प्रांतीय संयोजक श्याम शंकर उपाध्याय ने कहा कि सरकार अपना वादा पूरा करे। इस दौरान प्रबंधक महासभा के जिला अध्यक्ष गंगा प्रसाद पांडेय ने कहा कि शिक्षकों के मानदेय पर सरकार को गंभीर होना चाहिए। इस दौरान अशोक कुमार तिवारी, दिवाकर मिश्र, अभिमन्यु सिंह, भानुप्रकाश त्रिपाठी, अद्वैत दशरथ तिवारी, संजय, राम अवध, उदय सिंह, सूर्यभान सिंह, मनीष मारुत आदि रहे।