भूमि विवाद में अधेड़ की गोली मारकर हत्या
प्रतापगढ़ : कंधई थाना क्षेत्र के चकमुबारकपुर गांव में गुरुवार की सुबह भूमि विवाद में अधेड़ की गोली मा
प्रतापगढ़ : कंधई थाना क्षेत्र के चकमुबारकपुर गांव में गुरुवार की सुबह भूमि विवाद में अधेड़ की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वहीं बदमाशों ने लाठी व कुल्हाड़ी से हमला कर मृतक की पत्नी समेत सात लोगों को घायल कर दिया। शव लेकर जाने लगे तो ग्रामीणों ने पथराव किया। इस पर वे शव छोड़कर भाग गए। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
चक मुबारकपुर निवासी राम सजीवन (55) पुत्र बाबूलाल का गांव के ही शिवकुमार (35) से जमीनी विवाद चल रहा है। शिवकुमार की मां चमेला देवी को नौ धूर जमीन पंट्टे में मिली है। उसी के बगल राम सजीवन, राजाराम, छोटेलाल आदि की आबादी की जमीन है। आरोप है कि आबादी की जमीन पर आए दिन शिवकुमार आदि कब्जा करने का प्रयास करते रहते रहे। गुरुवार को सुबह लगभग 10 बजे शिवकुमार आदि आबादी की भूमि पर जुताई कर रहे थे। इसका रामसजीवन ने विरोध किया तो शिवकुमार, उसके भाई नन्हे आदि ने उस पर हमला कर दिया। इसी बीच शिवकुमार घर गया और तमंचा लाकर रामसजीवन को गोली मार दी, जिससे वह मौके पर ही ढेर हो गया। यह देख रामसजीवन की पत्नी बिंट्टन (50), उसके भाई रामदुलार (40), राजदुलारी (38) पत्नी रामदुलार, पंचम (65), राधेश्याम (38) पुत्र पंचम, राधेश्याम की पत्नी उर्मिला (30), राकेश (35) दौड़े तो उन पर भी लाठी और कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। इन सबको लहूलुहान करने के बाद शिवकुमार आदि रामसजीवन का शव उठाकर अपने घर ले जाने लगे। इस पर ग्रामीणों ने हमलावरों पर पथराव शुरू कर दिया। इस पर शव छोड़कर हमलावर घर में घुस गए और दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। परिजन खून से लथपथ रामसजीवन समेत अन्य घायलों को लेकर जिला अस्पताल भागे, यहां चिकित्सकों ने रामसजीवन को मृत घोषित कर दिया। वहीं घायलों को भर्ती किया।
घटना की सूचना मिलने पर एसपी अनंतदेव, एएसपी पूर्वी ब्रजेश मिश्र के साथ जिला अस्पताल पहुंचे और घटना के बाबत घायलों से पूछताछ की। उधर, पथराव में घायल शिवकुमार और नन्हे को सीएचसी कुंडा में भर्ती कराया गया। पुलिस ने शिवकुमार की मां, पत्नी को हिरासत में ले लिया है।
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नहीं पहुंची एंबुलेंस
प्रतापगढ़ : घटना की सूचना देने के काफी देर बाद भी जब 108 नंबर की एंबुलेंस नहीं पहुंची तो परिजन पड़ोस की बोलेरो से घायलों को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। एंबुलेंस वाले सिर्फ फोन पर आने का आश्वासन ही देते रहे।
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आधे घंटे बाद पहुंची पुलिस
प्रतापगढ़ : घटना की सूचना देने के आधे घंटे बाद प्रभारी एसओ नंदलाल यादव पहुंचे, जबकि घटनास्थल की दूरी कंधई थाने से महज डेढ़ किमी है। रामसजीवन के परिजनों में इस बात को लेकर भी आक्रोश था कि हफ्ते भर पहले हवाई फायरिंग की गई थी। सूचना देने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। अगर उस मामले में पुलिस ने कार्रवाई की होती तो शायद आज रामसजीवन की हत्या न होती।
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