मिस्ड काल' से बन गए हमसफर
प्रतापगढ़ : 'मिस्ड काल' से शुरू हुई बातचीत का सिलसिला इस कदर आगे बढ़ा कि दोनों एक दूसरे से 'लव' ही नहीं बल्कि 'लव मैरिज' भी कर बैठे। उधर प्रेमी युगल सुखमय वैवाहिक जीवन जी रहे हैं, इधर सकते में पड़ोस की महिला है और हाईकोर्ट में एसपी।
बाघराय थाना क्षेत्र की रहने वाली युवती की जिंदगी डेढ़ साल पहले एक 'मिस्ड काल' से बदल गई। हुआ यूं कि ओम नम:शिवाय संगठन से जुड़ा युवक दिल्ली में रहता था। डेढ़ साल पहले उसके मोबाइल पर 'मिस्ड काल' आई। उसने उस नंबर पर फोन किया तो बाघराय की युवती का निकला। 'सॉरी' बोलने के साथ ही बातचीत होते-होते दोनों में प्यार हो गया।
तीन महीने की दोस्ती में युवती को युवक पर इस कदर भरोसा हुआ कि वह घर छोड़ कर उसके पास पहुंच गई और दोनों ने मंदिर में शादी कर लिया। इधर, युवती के परिजन ने पड़ोस की महिला पर भगाने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करा दिया। जबकि पड़ोसी महिला इससे इंकार करती रही।
कई बार अफसरों का चक्कर लगाने के बाद जब युवती नहीं बरामद हुई तो उसके परिजनों ने हाईकोर्ट की शरण ली। हाईकोर्ट ने इस मामले में सोमवार यानी 15 सितंबर को एसपी को तलब कर लिया। एसपी के तलब करने के बाद पुलिस सक्रिय हुई और युवती की तलाश में जुट गई।
तलाशते तलाशते पुलिस ने युवती को बस्ती जिले से ढूढ़ निकाला।
सूत्रों की माने तो पुलिस ने जब युवती से पूछताछ की तो यह मामला सामने आया कि 'मिस्ड काल' से उसकी पहचान युवक से हुई थी और उसने खुद घर से भाग कर युवक से प्रेम विवाह किया और उसे एक बच्चा भी है। उसने खुद के भगाने में पड़ोस की महिला की भूमिका होने से इंकार कर दिया। फिलहाल मामला चाहे जो भी रहा, युवती की परिजनों के आरोपों ने जहां पड़ोस की महिला का जीना दुश्वार कर दिया, वहीं सोमवार को एसपी को भी हाईकोर्ट में पेश होना पड़ा।