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याद की गई शहादत, युवकों ने दिखाए करतब

By Edited By: Published: Fri, 15 Nov 2013 08:16 PM (IST)Updated: Fri, 15 Nov 2013 08:17 PM (IST)
याद की गई शहादत, युवकों ने दिखाए करतब

प्रतापगढ़ : मुहर्रम की दसवीं पर अजीत नगर से अंजुमन रजाए हुसैन कमेटी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने मोहर्रम की शहादत का जुलूस निकाला गया। इस दौरान काफी संख्या में लोग शामिल रहे।

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मुहर्रम की शहादत से हमें एक सीख यह मिलती है कि कभी भी जुल्म के आगे झुकना नहीं चाहिए। हुसैन पाक की याद में गम के माहौल में ताजिए निकाल कर चौक घंटाघर के पास इकट्ठा हुए। लोगों ने अपने-अपने ताजिये चौक पर रखे, जहां पर लोगों ने फातियां पढ़ने के साथ दुआएं मांगी। इस दौरान महिलाओं की काफी भीड़ ताजिये के आस पास फातिहा पढ़ने के लिए जुटी रही।

नेतृत्व कर रहे अध्यक्ष आविदरजा हसमती ने बताया कि इमाम हुसैन की शहादत को याद किया गया। जुलूस में अंजुमन फरोग सुन्नत अखाड़ा अलहुसैन सदर बाजार, अखाड़ा गोड़े ने अपने हैरतअंगेज कारनामे हुसैन की याद में दिखाए। उधर सियाहजरत गम के माहौल में मातम करके हुसैन पाक को याद कर रहे थे। जुलूस में विभिन्न आलम व सैकड़ों ताजिए थे साथ में लोगों को पुलाव खिचड़ी सबील, लंगर बांटा जा रहा था। मुहर्रम कमेटी के अध्यक्ष रज्जब अली तथा अंजुमन आशिकाने रसूल के तत्वाधान में करबला शरीफ में बड़ी अकीदत व एहतराम के साथ ताजिया सरीफ को करबला शरीफ में दफन किया गया। इस दौरान लोगों ने नात सलाम व फतीहा की।

इसके बाद देश के अमन चैन के लिए हजरत बाबा मुनौवर हुसैन हसमती ने दुआ की। इस दौरान संरक्षक इजहार हुसैन, इरशाद सिद्दीकी मोहम्मद इदरीश, सरवर, सोनू, फिरोज, गुड्डू, गुलाम रजा, उबैद रजा, इफ्तिखार हुसैन, अकबर, जाकिर अली, पिंटू, जैकी, जावेद अहमद, अफजाल, मोहम्मद फैज, कमाल, रिजवान, मोहम्मद राजा आदि रहे। इसी तरह मुहर्रम का जुलूस गोड़े से निकाला गया। चिलबिला अखाड़ा ने चिलबिला चौराहे पर अपने फन का मुसायरा किया। आग के गोले में लिटाकर सीने पर पत्थर रखकर फोड़ना, बल्लम फर्से का खेल देखकर लोग दंग रह गए। इस दौरान या हुसैन या अब्बास की सदाएं गूंज रहीं थी। इस मौके पर अध्यक्ष अब्दुल जब्बार, मोहम्मद असलम, कल्लू आदि रहे। रानीगंज प्रतिनिधि के अनुसार शाहपुर, मुआरअधारगंज, मिर्जापुर, दुर्गागंज, हुसैनपुर, सुलतानपुर व रानीगंज में मुहर्रम का जुलूस निकाल कर ताजिए दफन किए गए।

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करबला के मंजर को सुनकर रो दिए लोग

प्रतापगढ़ : जिले के पट्टी नगर के चिकपट्टी मोहल्ले में दस दिनों से चल रही जश्न-ए-शोहदाए करबला कार्यक्रम में सबे असूरा की रात को खिताब करते हुए हाफिज खुर्शीद आलम ने करबला के जंग कहानी को दोहराते हुए बताया कि नबी का फरमान था कि मेरी अहलेबैत एवं कुरान हमेशा साथ रहेंगे। इसलिए कुरान इमाम हुसैन के साथ था। करबला के मैदान में जंग की शुरुआत हो चुकी थी। एक एक करके इमाम हुसैन के लोग मारे जा रहे थे।

इस दौरान करबला के मैदान में शिद्दत की गर्मी से परेशान तीन दिन की प्यास से अली अकबर के होठ खुश्क हो चुके थे। नन्हेंअली असगर का हलक सूखकर कांटा हो चुका था। इसके बाद जवान अली अकबर की लाश सामने तड़प रही थी। जोहरा का लाल मुस्तफा का नूर-ए-नजर नन्हे मासूम अली असगर को गोद में उठाए लिए आ रहे थे। इतने में जुल्म का एक तीर प्यासे अली असगर के हलक को चीरता हुआ इमाम अली रजिअल्लाहतआला की बाजू को छेदता हुआ पार गुजर जाता है। गिरता हुआ खून इमाम अली अपने हाथ के चुल्लु में उठाते है और आसमान की तरफ देखकर कहते है कि या अल्लाह यह तो एक अली असगर है। अगर हजार अली असगर हो तो एक-एक करके तेरे नाम पर कुरबान करता चला जाऊ अगर तेरी रजा इसी में है तो हुसैन भी यूंही राजी है। इस तरह करबला के मैदान में हजरत इमाम हुसैन के सभी साथियों को शहीद कर दिया जाता है।

तकरीर के दौरान करबला के दर्दनाक मंजर को सुनकर लोगों के आंसू थमने का नाम नही ले रहे थे। यह कार्यक्रम देर रात तक चलता रहा।

संचालन हाफिज फिरोज ने किया। इस मौके पर जामा मस्जिद मुतवल्ली सहीद खां, हाफिज रिजवान, हाफिज इसरार अहमद, मौलाना शकील अहमद, अब्बास अली राईन, हाफिज व कारी सैय्यद अब्दुल अहद, सिराज अहमद इदरीशी, शब्बीर खां, अकबालुद्दीन, जमालुद्दीन, मो. नसीम इदरीशी, खलील अहमद इदरीशी, लकी हवाईदार, गुच्जे बाबा, सहित तमाम लोग मौजूद रहे।

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करबला मैदान में दफन किए गए ताजिये

प्रतापगढ़ : जिले के पट्टी में कटरा रायपुर, रायपुर खास, घोसियान, चिकपट्टी, कुम्हिया, बीबीपुर, पुरानी पट्टी, बेलसण्डी सहित अन्य चौक के ताजिये आकर रखे गए।

देर शाम ताजिया दारों ने गमगीन माहौल में अपने-अपने ताजिये करबला के मैदान में दफन कर दिए। इसके पूर्व करबला में एक मेला का भी आयोजन किया गया। जहां लोगों ने पहुंचकर मेले का लुत्फ उठाया। करबला मैदान में रायपुर अखाड़ा के खिलाड़ियों ने अपने बहादुरी के करतब दिखाये। बफाती उस्ताद द्वारा प्रशिक्षित खिलाड़ियों द्वारा तरह-तरह के प्रदर्शन से लोगों को अचम्भित कर दिया गया। करबला में मेला के दौरान लोगों द्वारा लंगर भी वितरित कराया गया।

इस मौके पर जश्न-ए-शोहदाए करबला कमेटी के सदर सिराज अहमद ने सभी ताजियादारों को पुरस्कृत कर उनकी हौसला आफजाई की। इस मौके पर हाफिज फिरोज अहमद,मो. इदरीश, सोहराब, विफ्फन, मुन्नन, कल्लू, जब्बार राईन, कारियाऊ राईन, मो. नईम व इसराईल सहित तमाम लोग मौजूद रहे।

रखहा प्रतिनिधि के अनुसार क्षेत्र के ईशनपुर, ताला, शीतलागंज, दीवानगंज सहित अन्य स्थानों के ताजिये आकर रखहा में रखे गए। इसके बाद देर शाम ताजियों को करबला के मैदान में दफन कर दिया गया। इस मौके पर यहां लोगों की भारी भीड़ रही। इंस्पेक्टर श्री प्रकाश गुप्त व उपनिरीक्षक नंदलाल यादव मय फोर्स के साथ ताजियां दफन होने तक डटे रहे।

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मोहर्रम पर दिखाए करतब

लालगंज, प्रतापगढ़ : मोहर्रम पर लालगंज क्षेत्र के मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ताजिये निकाले एवं नवयुवकों ने अपने करतब दिखाए। हजरत इमाम हुसैन व उनके साथियों की सहादत की याद में मोहर्रम मनाया गया। शुक्रवार को क्षेत्र के कई स्थानों पर ताजिया निकाला गया जो लोगों के आकर्षण का केन्द्र रहा। मोहर्रम में जहां क्षेत्र के युवाओं ने अपना दम दिखाया वहीं जुलूस में कई ताजिए शामिल हुए। क्षेत्र के लालगंज कस्बा, सांगीपुर, अठेहा, दौलतपुर, रेहुआ लालगंज, पिंजरी, कूम्हीआइमा, बबुरीपुर, रामपुरबावली, अलीपुर, तकिया, गुजवर, धारूपुर, लकुरी समेत क्षेत्र के कई गांव के तमाम लोग कर्बला को जाने वाले ताजिए के जुलूस में शामिल हुए। जुलूस में लोग जहां तलवार, चाकू, लाठी भांजते नजर आए वहीं बिजली के राड और अंगारों के बीच भी करतब दिखाया। अकीदतमंद ताजियों को कर्बला तक ले गए और वहां ताजिये और फूल दफन किये गये। लालगंज कस्बे में ताजिया निकलने के कारण बाजार में काफी देर तक जाम लगा रहा। जान हंथेली पर लेकर होने वाले इस खेल को देखकर कई लोगों ने दांतो तले उंगली दबाया वहीं सहादत के इस त्यौहार में कई लोगों के जख्म को देखकर लोग हैरान नजर आए।

सगरासुन्दरपुर प्रतिनिधि के अनुसार क्षेत्र में ताजिए के जुलूस के दौरान भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए एक चौकीदार ही सुरक्षा व्यवस्था में तैनात रहा। वहीं ताजिए के जुलूस को लेकर जगह-जगह लंगर में बच्चे व्यंजन का स्वाद चखते नजर आए।

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ताजिया ले जाते समय दो पक्षों में मारपीट

रानीगंज, प्रतापगढ़ : स्थानीय थाना क्षेत्र के रामनगर गांव में ताजिया ले जाते समय रास्ते के विवाद को लेकर दो पक्षों में मारपीट हो गई। इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया है।

रामनगर गांव में मोहर्रम के अवसर पर ताजिया निकाला जा रहा था। इस बीच रास्ते के विवाद को लेकर दो पक्षों में मारपीट हो गई। इस मामले में तीन लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस ने ताजिया को दफन कराया। थाहीपुर गांव में तहसील प्रशासन ने प्रधान के सहयोग से जेसीबी से नाले में मिंट्टी डलवाया। तब कहीं जाकर ताजिया कर्बला तक पहुंच सका। इस दौरान एसडीएम अतुल कुमार, सीओ मुक्तेश्वर श्रीवास्तव डटे रहे।

इधर, सवैया गांव में लकड़ी के विवाद को लेकर पड़ोसियों ने रिजवान व उसके बेटे को मारा पीटा। इस मामले में रिजवान की तहरीर पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

उड़ैयाडीह प्रतिनिधि के अनुसार स्थानीय बाजार में ताजिया निकालने को लेकर रास्ते का विवाद था। रास्ते पर कुछ लोगों ने दीवार बना रखी है। शुक्रवार को लोग दीवार फांद कर ताजिए लेकर करबला में गए। इस दौरान सीओ मुन्नीलाल व कोतवाल कुलदीप तिवारी मय फोर्स के वहां डटे रहे।

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करतब दिखाने वालों की राड से एसओ घायल

रखहा, प्रतापगढ़ : ताला गांव में मोहर्रम के जुलूस के दौरान करतब दिखाने वालों की राड से कंधई एसओ घायल हो गए। स्थानीय बाजार में निजी चिकित्सक से एसओ का प्राथमिक उपचार किया।

ताला गांव में रास्ते का विवाद चल रहा है। इससे ताजिया निकालने के दौरान मारपीट होने की आशंका बनी रहती है। इस वजह से विवादित स्थल पर एसओ श्रीप्रकाश गुप्ता फोर्स के साथ खड़े थे। ताजिया निकलने के दौरान युवक ट्यूब लाइट फोड़ कर करतब दिखा रहे थे। इतने में एक ट्यूब लाइट एसओ के सिर पर लगी और लहूलुहान होकर गिर पड़े। घायल एसओ ने रखहा बाजार में प्राथमिक उपचार कराया।

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