शेड्यूल से अधिक रोस्टिंग ने उपभोक्ताओं को किया बेहाल
जागरण संवाददाता, पीलीभीत
रात के समय तय शेड्यूल से ज्यादा रोस्टिंग की जा रही है। दिन में भी सप्लाई के दौरान बिजली बार-बार गुल हो जाती है। उमस भरी गर्मी के दौर में इससे उपभोक्ताओं की दिक्कतें बढ़ गई हैं।
कंट्रोल से निर्धारित शेडयूल के मुताबिक रात दस से बारह बजे तक रोस्टिंग रहनी चाहिए लेकिन इन दिनों कभी शाम आठ बजे तो कभी साढे़ आठ बजे बिजली गुल हो रही है। अलबत्ता बिजली आने का समय रात बारह बजे के बाद ही रहता है। इसके बाद रात दो बजे से रोस्टिंग निर्धारित है लेकिन डेढ़ बजे ही कटौती कर दी जाती है। इस वजह से लोग रात में ढंग से सो नहीं पाते हैं। दिन में भी आपूर्ति के समय अक्सर बिजली गुल हो रही है। सुबह दस से अपराह्न एक बजे तक लगातार सप्लाई मिलनी चाहिए लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है। अपराह्न तीन बजे से लेकर रात 10 बजे तक की सप्लाई के दौरान बार-बार बिजली गुल होती है। अघोषित कटौती के खिलाफ आम आदमी पार्टी से लेकर विद्यार्थी परिषद एवं व्यापार मंडल कई बार मांग उठा चुके हैं लेकिन इसके बावजूद आपूर्ति व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हो पा रहा है। पिछले दिनों जिले की सांसद व केंद्रीय मंत्री मेनका संजय गांधी ने पावर कारपोरेशन के प्रबंध निर्देश से फोन पर वार्ता के दौरान बिजली अव्यवस्था पर नाराजगी जताते हुए सुधार के निर्देश दिए। इस पर एमडी ने श्रीमती गांधी को तो यह आश्वासन दे दिया कि अघोषित कटौती नहीं होगी लेकिन इस बाबत विद्युत कंट्रोल को निर्देश जारी नहीं किए गए। उपभोक्ताओं का कहना है कि उमस भरी गर्मी के दौरान बार-बार बिजली गुल होना बहुत अखर रहा है। उधर, विभागीय अभियंताओं का कहना है कि कंट्रोल से जितनी सप्लाई मिल रही है, वह उपभोक्ताओं को मुहैया कराई जा रही है। विद्युत उत्पादन में कमी और मांग में वृद्धि हो जाने पर कंट्रोल से अघोषित कटौती होती है।