विस में गूंजा मझोला मिल का मुद्दा
पीलीभीत : बीसलपुर के विधायक ने मझोला में बंद पड़ी किसान सहकारी चीनी मिल का मुद्दा विधान सभा में उठाया है। विधायक ने पूछा कि बंद की गई मिल के कर्मियों को बकाया देय क्यों नहीं दिए जा रहे हैं साथ ही पूछा गया कि ग्रेच्युटी का भी भुगतान अब तक नहीं हो सका है।
बीसलपुर में भाजपा विधायक अगयश राम सरन वर्मा ने विधान सभा में कहा कि 2004 से 2011 तक ग्रेच्युटी का भुगतान क्यों नहीं हुआ है। जबकि मिल कर्मियों के सामने आर्थिक दिक्कतें पैदा हो गई हैं। मुख्यमंत्री से पूछे गए सवाल के बाद जानकारी समाने आयी कि पंद्रह दिसंबर 2011 के बाद वीआरएस के लिए प्रावधान किया गया था। वर्ष 2004 से 2011 के मध्य 258 सेवानिवृत्त कर्मकारों को ग्रेच्युटी मद में 200.78 लाख देय हैं। इस अवधि में सेवानिवृत्त किसी कर्मकार की बाद में मृत्यु होने की सूचना मिल स्तर पर उपलब्ध ही नहीं कराई गई। पूरा मामला उठने के बाद एक बार फिर मिल कर्मियों को उम्मीद जागी है कि उनके बकाया देयों को मिलने की प्रकिया शुरू हो सकती है। सरकार ने यह भी तर्क दिया है कि कर्मकारों के देयकों का भुगतान उप्र सहकारी चीनी मिल्स संघ द्वारा किया जाएगा। बहरहाल विधान सभा में अरसे बाद उठा मझोला चीनी मिल का मुद्दा अब सक्रिय हो जाने की उम्मीद की जा रही है।