आंगनबाड़ी कार्यत्रियों ने मांग कर्मचारी का दर्ज
पीलीभीत : हक की आवाज बुलंद करते हुए आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का कारवां कलेक्ट्रेट पहुंचा।
शासकीय कर्मचारी का दर्जा और वेतन दिए जाने की मांग बुलंद की। कार्यकत्रियों के शोषण और उत्पीड़न के खिलाफ संघर्ष की जंग का ऐलान किया। व्यवस्था सुधार के लिए मार्गदर्शन भी मांगा।
आंगनबाड़ी एवं महिला जागृति मंच के तत्वावधान में सोमवार को कार्यकत्रियों ने आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है। शासन से केरल की तर्ज पर 19 हजार मानदेय और शासकीय कर्मचारी का दर्जा मांगा। मिनी आंगनबाड़ी को आंगनबाड़ी का हक। शिक्षिकाओं की तर्ज पर जून माह का अवकाश भी मांगा। बाल विकास विभाग के रिक्त पद सुपरवाईजर, क्लर्क, चपरासी को आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से भरे जाने की आवाज उठाई। विभागीय अधिकारियों को कार्यकत्रियों से लूट खसोट बंद करने की हुंकार भरी। इसके विरुद्ध एकजुटता से लड़ाई का ऐलान किया है। हाट कुक मानक के अनुसार न मिलने का आरोप लगाते हुए गुणवत्ता खराब होने की बात कही। सुधार के लिए पुरानी व्यवस्था लागू करने की मांग की। प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को दिया है। संरक्षक मुरली धर कश्यप, सचिन, नत्थू लाल शर्मा, जिलाध्यक्ष प्रभा कुमारी, शकुंतला देवी, आसमा खातून, विंदु कौर, अनूप कांत सक्सेना, शायमा बी, मीना कुमारी, ममता गंगवार, शहनाज, अनीता देवी, ऊषा गुप्ता, नाजमा, नगमा, याशमीन, सुमन लता, गीता देवी, निर्मल, रूपा देवी, ज्योति, मंजू भारती, विमला देवी, प्रेमवती, उमा अवस्थी आदि मौजूद रहीं।