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बिजली कटौती के खिलाफ हड़ताल पर रहे वकील

By Edited By: Published: Thu, 14 Jun 2012 10:38 PM (IST)Updated: Thu, 14 Jun 2012 10:39 PM (IST)
बिजली कटौती के खिलाफ हड़ताल पर रहे वकील

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ीलीभीत: शहर की बिजली आपूर्ति अव्यवस्था के खिलाफ वकीलों ने हड़ताल रखी। उन्होंने अदालतों में कार्य नहीं किया। इससे दूर-दराज क्षेत्रों से आए वादकारियों को दिक्कतें हुईं।

सेंट्रल बार एसोसिएशन के आह्वान पर गुरुवार को वकीलों ने हड़ताल कर दी। वकीलों का कहना है कि इस बार गर्मी के मौसम में बिजली की जितनी किल्लत है, उतनी पहले कभी नहीं रही। शाम को बिजली गुल हो जाने से वे मुकदमों की तैयारी नहीं कर पाते। रात में भी लगातार ट्रिपिंग के चलते नींद पूरी नहीं होती। यदि बिजली आपूर्ति में शीघ्र सुधार नहीं किया गया तो आंदोलन किया जाएगा। सेंट्रल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अमित मिश्रा एवं सचिव मुन्ना लाल वर्मा ने कहा कि भीषण गर्मी में अघोषित कटौती बंद होनी चाहिए। निर्धारित शेडयूल के अनुसार सप्लाई दी जाए। वकीलों की हड़ताल के कारण जिले के दूर-दराज क्षेत्रों से अपने मुकदमों की पैरवी के लिए आने वाले वादकारियों को काफी दिक्कतें हुईं।

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बिजली: रात को चैन न दिन में सकून

-भीषण गर्मी में बिजली संकट से शहर में हाहाकार

पीलीभीत, जागरण कार्यालय: भीषण गर्मी के दौर में शहर का बिजली संकट बढ़ गया है। मंगलवार को पूरी रात बिजली ने परेशान किया। बुधवार को दिन में पांच घंटे तक इमरजेंसी कटौती हुई। शाम को बिजली आई तो ट्रिपिंग की समस्या आड़े आ गई। उपभोक्ताओं का कहना है कि बिजली न रात को चैन से सोने देती है और न ही दिन में सकून मिल पाता है।

मंगलवार की रात दस बजे की बजाय टाउन वन फीडर आधा घंटे पहले ही बंद हो गया। इसके बाद रात बारह बजे कुछ देर के लिए बिजली आई। हास्पिटल फीडर से जुड़े इलाकों में भी यही समस्या रही। उपभोक्ता पूरी रात बिजली का इंतजार करते हुए गर्मी में बिस्तर पर करवटें बदलते रहे। बुधवार को सुबह सात बजे बिजली ने दर्शन दिए लेकिन पूर्वाह्न दस बजे फिर चली गई। पूर्वाह्न ग्यारह बजे के बाद बिजली सप्लाई दी गई। गुरुवार को भी दोपहर में बिजली काट की गई। इससे गर्मी में लोग काफी परेशान रहे। शाम को सप्लाई आने के बाद रोज की तरह ट्रिपिंग का सिलसिला शुरू हो गया।

बिजली समस्या का हो स्थाई समाधान

पीलीभीत: बिजली की भारी किल्लत से उपभोक्ताओं में रोष बढ़ता जा रहा है। अधिवक्ता राम औतार रस्तोगी का कहना है कि लक्जीरियस लाइफ जीने वालों को दूसरों का भी ध्यान रखना चाहिए। बड़े लोग सारे उपकरणों के स्वीच एकसाथ आन कर देते हैं। इससे लोड बढ़ने पर पूरे मुहल्ले की लाइट गुल हो जाती है। वह कहते हैं कि शेडयूल के अनुसार सप्लाई सुनिश्चित नहीं की गई तो आंदोलन होगा। अधिवक्ता डा. विमला भंट्ट कहती हैं कि बिजली के कारण लोगों की दिनचर्या प्रभावित हो रही है। आज के दौर में हर व्यक्ति की बिजली पर निर्भरता बढ़ रही है। ऐसे में सप्लाई में सुधार किया जाना जरूरी है। संयुक्त बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अवधेश चंद्र मिश्र का कहना है कि एक ओर उपभोक्ता बिजली के लिए तरस रहे और दूसरी ओर पालिका की स्ट्रीट लाइटें दिन में भी जलती रहती हैं। बिजली के अपव्यय को भी रोका जाना जरूरी है। गृहणी सोनिया का कहना है कि बिजली के बगैर दिन काटना मुश्किल हो जाता है। रात में भी समस्या बनी रहती है। शहर के मुहल्ला तखान निवासी आरती का कहना है कि रात में बिजली कई बार जाती है। इससे लोगों की नींद पूरी नहीं होती। दिन भी लगातार पांच घंटे की कटौती से इनर्वटर भी डिस्चार्ज हो जाते हैं। बिजली समस्या का स्थाई समाधान होना चाहिए। अजीत सक्सेना कहते हैं कि अघोषित कटौती तो बंद होनी चाहिए। फाल्ट कम से कम हों, इसकी व्यवस्था विभागीय अधिकारियों को करनी चाहिए, तभी उपभोक्ताओं को राहत मिल सकेगी।

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