निवेशकों के करोड़ों डकारने के मामले में चार पर मुकदमा
-सुनगढ़ी पुलिस ने एजेंट रहे राकेश मौर्य की तहरीर पर की कार्रवाई -छानबीन में फ्राड का दायरा करोड़ो
-सुनगढ़ी पुलिस ने एजेंट रहे राकेश मौर्य की तहरीर पर की कार्रवाई
-छानबीन में फ्राड का दायरा करोड़ों में पहुंचा तो बदल जाएगी जांच एजेंसी
जागरण संवाददाता, पीलीभीत : निवेशकों का करोड़ों डकारने के कथित मामले में पुलिस ने आरोपी कंपनी से जुड़े रहे चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। असलियत जानने को केस की छानबीन शुरू कर दी गई है। निवेश का दायरा करोड़ों में पहुंचा तो छानबीन पुलिस के पास से दूसरी जांच एजेंसी को भेजी जा सकती है। निवेशकों ने अपने रुपये के लिए एजेंटों पर दबाव बनाया मामला कानूनी राह पर बढ़ चला। दरअसल, एजेंट जिस कंपनी में निवेश कराए थे, उसने शहर से बोरिया-बिस्तर समेट लिया है।
केवीसीएल इंडिया लिमिटेड कंपनी की शाखा में शहर में नौगवां रेलवे क्रा¨सग के निकट वर्ष 2008 में खुली थी। कंपनी में स्थानीय लोग एजेंट बने तो निवेशकों से करोड़ों रुपये जमा कराए हैं। जानकारी के मुताबिक निवेशकों के रुपये लौटाने का समय नजदीक आने से पूर्व ही कंपनी ने बोरिया-बिस्तर समेट लिया। इस बात की भनक लगी तो निवेशकों की नींद उड़ गई। निवेशकों ने अपने एजेंटों पर दबाव बनाया तो सभी परेशान हो उठे। एकजुट हुए एजेंटों ने अपर पुलिस अधीक्षक रोहित मिश्र से मुलाकात कर परेशानी बताई थी। एएसपी ने मामले की गंभीरता को समझते हुए सुनगढ़ी पुलिस को केस दर्ज कर छानबीन के आदेश दिए। कंपनी के एजेंट राजेश मौर्य निवासी मैदनापुर थाना न्यूरिया ने योगेश गंगवार, पोशाकी लाल निवासी जतीपुर थाना जहानाबाद, भगवान स्वरूप निवासी सिविल लाइंस साउथ, वीरेंद्र ¨सह यादव निवासी नौगवां पकड़िया के खिलाफ धोखाधड़ी समेत कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। इंस्पेक्टर सुनगढ़ी गोपीचंद यादव ने बताया कि निवेशकों को करोड़ों रुपये जमा करने के तथ्य देने होंगे। सूचना सच निकली तो जांच दूसरी एजेंसी को भेजी जा सकती है। फिलहाल तहरीर के आधार पर आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की जा सकी है।