अस्पताल में महिला चिकित्सक नहीं
पीलीभीत : पूरनपुर में सेहत विभाग में सब कुछ मान्य है। पुरुषों के अस्पताल में महिलाओं की संख्या अध
पीलीभीत : पूरनपुर में सेहत विभाग में सब कुछ मान्य है। पुरुषों के अस्पताल में महिलाओं की संख्या अधिक है तो महिला अस्पताल में लेडी डाक्टर ही नहीं है। प्रसव के दौरान नर्स और दाई चिकित्सक का काम करती हैं और दवा फार्मासिस्ट लिखते हैं। नगर में अस्पताल सिर्फ नाम का ही रह गया है।
महिलाओं में होने वाले रोगों और अन्य समस्याओं को लेकर सरकार ने महिला अस्पताल अलग से खोले हैं और पूरी सुविधाएं दे रखी है। विडंबना इस बात की है कि अस्पतालों का सिर्फ नाम ही रह गया है। नगर में भी महिला अस्पताल बना है और कहने को सभी सुविधाएं हैं लेकिन हकीकत जुदा है। अस्पताल में अर्से से महिला चिकित्सक ही तैनात नहीं की गई है और न ही संसाधन पूरे हो सके हैं। मानक के अनुसार अस्पताल में लेडी डाक्टर के अलावा स्टाफ नर्स और वार्ड आया होनी चाहिए लेकिन यहां कुछ नहीं है। अस्पताल में आने वाली महिला मरीजों का बीमारी को लेकर चेकअप ही नहीं हो पता है तो दवा कौन सी दी जाए यह समस्या बनी हुई है। महिला अस्पताल फार्मेसिस्ट के हवाले है। प्रसव की अवस्था में बिना संसाधन ही नर्स और दाई डाक्टर का काम करती हैं। नगर का यह अस्पताल महिला मरीजों को मुंह चिढ़ाता है और स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है।
अलग से नहीं है बजट
महिला अस्पताल के लिए सुविधाओं को लेकर अलग से कोई बजट स्वीकृत नहीं है। सीएचसी में होने वाली आय से ही वहां सुविधाओं को बढ़ाया जाता है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा.एके ¨सह ने बताया कि डाक्टरों की कमी है। जिले के महिला अस्पताल में भी कमी है। इस बारे में जल्द ही शासन से संज्ञान लिया जा रहा है।