विकास भवन में पड़ी दरारें, पसरी गंदगी
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा सूरजपुर स्थित विकास भवन की अनदेखी वहां काम क
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा सूरजपुर स्थित विकास भवन की अनदेखी वहां काम करने वाले कर्मचारियों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। प्रशासन की लापरवाही के चलते भवन जर्जर स्थिति में तब्दील हो रहा है। कई विभागीय कार्यालयों के कमरे और बरामदे का प्लास्टर काफी हद तक गायब हो चुका है। सीलन की वजह से अधिकारी खुद बेहाल है। भवन की दीवारों में कई जगह दरारें दूर से ही देखी जा सकती है। कर्मचारियों को डर है कि दरार आ जाने की वजह से कभी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। मालूम हो कि विकास भवन से समूचे जनपद के विकास का खाका तैयार होता है। तीन दर्जन से ज्यादा विभागीय कार्यालय विकास भवन में है। कर्मचारियों का आरोप है कि इस संदर्भ में तत्कालीन सीडीओ को कई बार अवगत कराया जा चुका है। संबंधित अधिकारियों से लिखित व मौखिक शिकायतें भी की, लेकिन किसी के भी कानों पर जूं तक नहीं रेंगी।
विकास भवन की दीवारें फिर से बनी पीकदान
तत्कालीन जिलाधिकारी एनपी ¨सह ने सरकारी कार्यालय व शिक्षण संस्थानों में बीड़ी सिगरट व पान-गुटखा खाने पर कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए रोक लगा दी थी। यह नियम आमजन पर ही नहीं बल्कि अधिकारियों पर भी सख्ती से लागू हुआ। तत्कालीन सीडीओ माखन लाल गुप्ता ने विकास भवन में जिलाधिकारी के निर्देश का सख्ती से पालन करते हुए सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ परिसर में पान तंबाकू के सेवन को प्रतिबंधित कर दिया। इस दौरान पान-तंबाकू खाता पकड़े जाने पर दो सौ रुपये की जुर्माना वसूली की गई, सीडीओ के तल्ख तेवर देख अधिकारियों ने विभागीय कार्यालय की सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया। जिसके बाद विकास भवन की सूरत ही बदल गई, लेकिन एक बार फिर विकास भवन की दीवारें धीरे-धीरे लाल पीक से रंगने लगी है। विकास भवन में कर्मचारी ही नहीं बल्कि अधिकारी भी दीवारों को पानी की पीक से रंगता नजर आ रहे है।
विकास भवन की बि¨ल्डग में जो दरारें आई है, उनकी जांच कराई जा चुकी है। दीवारों की रिपेय¨रग के संदर्भ में कार्ययोजना तैयार कर भेजी जा चुकी है। सफाई व्यवस्था में किसी भी स्तर पर कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जांच कराई जाएगी जो दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
-डॉ रामआसरे, जिला विकास अधिकारी