अब तक नहीं दिया 41 स्कूल संचालकों ने नोटिस का जवाब
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : फर्जी नेशनल बि¨ल्डग कोड (एनबीसी) प्रमाण पत्र हासिल कर विद्यालय भवन न
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : फर्जी नेशनल बि¨ल्डग कोड (एनबीसी) प्रमाण पत्र हासिल कर विद्यालय भवन निर्माण मामले में स्कूल संचालकों को दिए गए नोटिस में से अभी तक मात्र 25 संचालकों का जवाब शिक्षा विभाग को मिल सका है। विभाग द्वारा दी गई पंद्रह दिनों की समयसीमा समाप्त हो चुकी है। शिक्षा विभाग द्वारा 27 मई को सभी 84 स्कूल संचालकों को नोटिस जारी कर पंद्रह दिन के अंदर जवाब देने का आदेश दिया गया था। हालांकि, इसमें से 18 डाक दिए गए पते पर रिसीव न होने के कारण वापस आ गईं, जबकि 41 स्कूल संचालकों की अभी तक कोई भी प्रतिक्रिया विभाग को नहीं मिल सकी है। जो डाक वापस आ गई हैं, उन्हे स्कूल खुलने के बाद संबंधित ब्लाक के खंड शिक्षा अधिकारी के जरिये स्कूल संचालकों तक भेजा जाएगा। बता दें कि जनपद के 84 स्कूलों को मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) माखन लाल गुप्ता द्वारा कराई गई सत्यापन जांच के दौरान फर्जी एनबीसी प्रमाण पत्र हासिल कर भवन निर्माण कराने का दोषी पाया गया है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवेश कुमार यादव ने बताया कि कुछ स्कूल संचालक तत्कालीन जेई द्वारा प्रमाणित पत्र भी लाए हैं, जिसे सीडीओ के समक्ष प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है।
स्कूल संचालकों का यह थी दलील :
नोटिस जारी किए जाने से बौखलाए स्कूल संचालकों ने पिछले दिनों शिक्षा प्रसार समिति के नेतृत्व में शिक्षा विभाग की कार्रवाई का कड़ा विरोध किया था। एनबीसी प्रमाण पत्रों को सही बताते हुए स्कूल संचालकों ने प्रमाण पत्र देने वाले जेई का दबादला होने की दलील दी थी। वहीं, शिक्षा विभाग का कहना है कि अगर ऐसा है तो मौजूदा समय में जहां पर जेई पदस्थ हैं, उन्हीं से स्कूल संचालक एनबीसी प्रमाण पत्र का सत्यापन करा लें और पत्र सीडीओ को सौंपें। जिस पर सीडीओ के द्वारा उचित निर्णय लिया जाएगा।
- कुछ नोटिस निर्धारित पते पर नहीं पहुंच पाए हैं, जिसे स्कूल खुलने के बाद एबीएसए के माध्यम से संबंधित स्कूल संचालकों तक भेजा जाएगा। सही जवाब न मिलने पर जांच समिति का गठन कर सख्ती से जांच कराई की जाएगी।
प्रवेश कुमार यादव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी