बिल्डर के साथ बैंक अधिकारियों की बैठक का दौर शुरू
जागरण संवाददाता, नोएडा : पैसे की कमी के कारण अटके बिल्डर प्रोजेक्ट को शुरू कराने और बिल्डर के साथ बै
जागरण संवाददाता, नोएडा : पैसे की कमी के कारण अटके बिल्डर प्रोजेक्ट को शुरू कराने और बिल्डर के साथ बैंक अधिकारियों की बैठक का सिलसिला मंगलवार से शुरू हो गया है। अलग-अलग बिल्डर के साथ बैंक अधिकारियों की बैठक प्राधिकरण अधिकारियों की मौजूदगी में कराई जाएगी। जिससे एक-एक प्रोजेक्ट के लिए बिल्डर बैंक अधिकारियों से लोन लेने की बात कर सकें।
बिल्डरों की क्रेडिट लिमिट खत्म होने के कारण इस समय कोई भी बैंक बिल्डर को कर्ज देने के लिए तैयार नहीं हैं। ऐसे में कई बिल्डरों के काफी प्रोजेक्ट पैसे के अभाव में अटक गए हैं। जिस कारण निवेशकों को भारी परेशानी हो रही है। निवेशक लगातार प्राधिकरण के सामने फ्लैट न मिलने की समस्या को उठा रहे हैं। निवेशकों की समस्या के समाधान और बिल्डरों को राहत दिलाए जाने के साथ बैंकों से कर्ज दिलाने के लिए प्राधिकरण अधिकारियों ने
मध्यस्थता करने का निर्णय लिया। इसके तहत पहले प्राधिकरण अधिकारियों ने बैंक अधिकारियों के साथ बैठक की। इसके बाद बिल्डरों के साथ बैठक की। इसमें बैंक अधिकारियों ने स्पष्ट कहा था कि बिल्डरों की क्रेडिट लिमिट खत्म हो चुकी है। ऐसे में बिल्डरों को किसी भी प्रोजेक्ट के लिए लोन नहीं दिया जा सकता। बैंकों ने यह प्रस्ताव रखा कि बिल्डरों के पास जो अनसोल्ड इंवेंटरी है, उसे बैंक के पास गिरवी रखकर लोन लिया जा सकता है। इस पर बिल्डरों ने भी हामी भरी थी। मंगलवार से बिल्डर के साथ बैंक अधिकारियों की बैठक का दौर शुरू हुआ है। इसमें बिल्डर बैंक को यह जानकारी देगा कि उसे किस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए कितने पैसे की जरूरत है और उस प्रोजेक्ट की कितनी इंवेंटरी को बैंक के पास गिरवी रखा जा सकता है। इसके आधार पर बैंक यह तय करेंगे कि किस प्रोजेक्ट के लिए कितना लोन दिया जा सकता है।