रहस्यमय बुखार से नोएडा के सर्फाबाद में 12 मौतें
जागरण संवाददाता, नोएडा : सर्फाबाद गांव में रहस्यमय बुखार से पिछले 15 दिनों में 12 मौतें होने से क
जागरण संवाददाता, नोएडा : सर्फाबाद गांव में रहस्यमय बुखार से पिछले 15 दिनों में 12 मौतें होने से कोहराम मच गया है। आलम यह है कि करीब-करीब रोजाना गांव के किसी न किसी व्यक्ति की मौत हो रही है। तेज बुखार की शिकायत लेकर मरीज डॉक्टर के पास पहुंच रहे हैं लेकिन उपचार के दौरान उनकी मौत होने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। गांव वालों के साथ ही डॉक्टर भी समझ नहीं पा रहे हैं कि आखिर यह बुखार किस तरह का है। बुधवार को भी ऐसे ही रहस्यमय बुखार के कारण ब्रह्मपाल की मौत हो गई। रहस्यमय बुखार से बड़ी संख्या में मौतें होने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग को अब तक इस मामले की जानकारी नहीं है।
गांव वाले बताते हैं कि शायद ही कोई दिन खाली जा रहा है जिस दिन गांव में मौत न हो रही हो। तेज बुखार के कारण मरने वालों में 20 वर्ष के युवक से लेकर 70 वर्ष तक के बुजुर्ग शामिल हैं। इनमें पुरुषों की संख्या ज्यादा है। जिन लोगों की बुखार से अब तक मौत हुई है, उन सभी के लक्षण अलग-अलग रहे हैं। किसी को चार-पांच दिन से बुखार था तो किसी की बुखार होने के दूसरे दिन ही मौत हो गई। बुखार होने के बाद सभी ने निजी अस्पतालों में इलाज कराया। कई मरीजों का बुखार नहीं समझ पाने के कारण अस्पतालों ने जवाब भी दे दिया। कुछ मरीजों को बुखार होने के बाद दूसरे अंग भी प्रभावित हो गए, जबकि उन्हें पहले से कोई बीमारी नहीं थी।
इन मरीजों का उपचार करने वाले डॉक्टरों का कहना है कि यह बुखार अग्न्याशय (पैंक्रियाज) व लिवर पर असर डालता है। इसके बाद मरीज का बचना मुश्किल हो जाता है। ग्रामीणों के अनुसार, गांव में हर तीसरे घर में कोई न कोई तेज बुखार से पीड़ित है, ऐसे में सभी इस रहस्यमय बीमारी को लेकर चिंतित हैं और लगातार हो रही मौतों के कारण उनमें डर बैठ गया है।
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सर्फाबाद गांव में सिटी मजिस्ट्रेट और सीएमओ को स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ सुबह भेजा जाएगा। बीमार लोगों के खून का सैंपल लेकर इस बात की जांच कराई जाएगी कि बीमारी कौन सी है। साथ ही जिन लोगों की मौत हुई है, उसके कारणों की भी पड़ताल होगी।
-एनपी सिंह, जिलाधिकारी, गौतमबुद्ध नगर
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ब्रह्मपाल को अचानक तेज बुखार हुआ था। इसके कारण सीधे पैंक्रियाज पर असर हुआ और उन्हें पैंक्रियाटाइटिस हो गया। पैंक्रियाज में तेजी से इन्फेक्शन फैल जाने से उनकी मौत हो गई। यह एक तरह का वायरल बुखार है जिसका असर पैंक्रियाज पर होते ही आधे घंटे में पैंक्रियाज डैमेज हो जाता है, जिसके कारण बाद में मरीज की मौत हो जाती है।
-डॉ. राजीव मोतियानी, निदेशक नियो अस्पताल
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यह मामला अभी मेरे संज्ञान में आया है। मैं वहां स्वास्थ्य विभाग की टीम भेजूंगा। टीम गांव में जांच करेगी। लोगों को दवा देगी और जहां दवा के छिड़काव की जरूरत होगी छिड़काव भी किया जाएगा। निरीक्षण के बाद हालात को देखते हुए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे।
-डॉ. सुभाष गुप्ता, कार्यवाहक सीएमओ, गौतमबुद्ध नगर
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इन लोगों की हुई मौत :
1. मांगेराम (45 वर्ष)
2. गोपाल (21 वर्ष)
3. शुक्की (60 वर्ष)
4. ब्रह्मपाल (61 वर्ष)
5. पीतम (62 वर्ष)
6. भवती (70 वर्ष)
7. शेरदीन (48 वर्ष)
8. विपिन शर्मा (20 वर्ष)
9. नवरंग पहलवान (64 वर्ष)
(इनके अतिरिक्त तीन किरायेदारों की भी मौत हुई है)
-19 तारीख को रात दस बजे पिताजी को बुखार आया था। उन्हें सेक्टर 50 के अस्पताल में भर्ती कराया। काफी तेज बुखार था। डॉक्टर ने कहा वायरल लग रहा है। दवा के बाद बुखार थोड़ा कम हुआ, लेकिन फिर पेट दर्द शुरू हो गया। बुधवार तड़के उनकी मौत हो गई।
-नानक चन्द्र, ब्रह्मपाल का बेटा
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-गोपाल को 18 तारीख को बुखार आया था। उसे गाजियाबाद के एक अस्पताल में भर्ती कराया था। बाद में डॉक्टर ने जवाब दे दिया। फिर कैलाश में भर्ती कराया। गत 20 तारीख को इलाज के दौरान ही मौत हो गई।
-नरेश कुमार, गोपाल के चाचा
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-मेरे बेटे को 15 तारीख को बुखार आया था। इलाज कराया, परंतु अगले दिन ही अचानक उसकी मौत हो गई।
-राजेश शर्मा, विपिन के पिता
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