तलाश तालाबों की : मोहम्मदाबाद खेड़ा गांव के तीन तालाब हुए गुम
संवाद सहयोगी, रबूपुरा : जिले में तेजी से हो रहे विकास के कारण गांव के तालाब की जमीन पर लोगों ने कब्ज
संवाद सहयोगी, रबूपुरा : जिले में तेजी से हो रहे विकास के कारण गांव के तालाब की जमीन पर लोगों ने कब्जा करना शुरू कर दिया। विकास कार्य के कारण शहरी क्षेत्र सहित गांवों में भी जमीन के दाम आसमान छूने लगे। इसके कारण लोगों ने तालाब की जमीन को कब्जाना शुरू कर दिया। करीब दो दशक में मोहम्मदाबाद खेड़ा गांव से तालाब का अस्तित्व खत्म हो गया। गांव के राजस्व अभिलेख के गाटा संख्या 293,297 व 212 में गरीब ग्यारह बीघा जमीन पर तालाब दर्ज हैं। अतिक्रमण व अवैध कब्जे के कारण यहां तालाब का नामोनिशान नहीं है। तालाब के अस्तित्व खत्म होने से क्षेत्र में जल संकट गहराने लगा है। गांव के कुछ जागरूक लोग इस मामले को लेकर जिला प्रशासन से संपर्क साधा है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव के तालाब करीब डेढ़ दशक पूर्व तक पानी से लबालब भरा रहता है। लोगों को पानी की समस्या नहीं होती थी। तीस से 40 फीट पर पीने योग्य पानी मिल जाता था। आज सौ फीट गहराई पर भी स्वच्छ पीने योग्य पानी नहीं मिल पा रहा है। इस मामले को लेकर गांव के कुछ लोगों ने तालाबों को बचाने के लिए मुहिम की शुरुआत की है। इससे आने वाली पीढ़ी को जल संकट से छुटकारा दिलाया जा सके।
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गांव के तालाब का अस्तित्व खत्म हो रहा है। करीब दो दशक पूर्व गांव में तीन तालाब थे। गांव के लोगों को पानी के लिए किसी प्रकार की परेशानी नहीं थी। आज एक भी तालाब मौजूद नहीं है। जागरूक ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से तालाब को अतिक्रमण मुक्त कराने की गई है।
- निरंजनलाल शर्मा, ग्रामीण
गांव के लोगों ने जागरूकता के अभाव में तालाब को भर दिया है। कुछ लोगों ने तालाब के जमीन पर अतिक्रमण कर लिया है। भूगर्भ जल का स्तर गिरने से पानी की किल्लत बढ़ती जा रही है। गांव के कुछ युवक जल संचयन को लेकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं।
- मौहर ¨सह, ग्रामीण
कुछ लोगों ने निजी स्वार्थ के लिए तालाब पर कब्जा कर लिया है। एक व्यक्ति के स्वार्थ से पूरे गांव के लिए जल संकट पैदा हो गया है।
- नरेंद्र ¨सह, ग्रामीण
गांव के कुछ युवक जल संकट से उबरने के लिए गांव के लोगों को जागरूक कर रहे हैं। युवक गांव के लोगों से तालाब की जमीन को ¨चहित कर उसके सुंदरीकरण कराने का प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए प्रशासनिक मदद की जरूरत है।
- रामवीर ¨सह, ग्रामीण।