यूजीसी की अनुमति नहीं,पंजीकरण पर असमंजस
जागरण संवाददाता, नोएडा: फुटवियर डिजाइन एंड डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट (एफडीडीआइ) ने 2015-16 सत्र के छा
जागरण संवाददाता, नोएडा:
फुटवियर डिजाइन एंड डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट (एफडीडीआइ) ने 2015-16 सत्र के छात्रों को डिग्री देने के लिए इग्नू से एमओयू तो कर लिया है, पर दो माह से अधिक समय बीतने के बाद भी यूजीसी ने एफडीडीआइ को कोर्स चलाने की अनुमति नहीं दी है। इससे नए छात्रों के इग्नू में पंजीकरण को लेकर असमंजस बरकरार है।
एफडीडीआइ ने 24 सितंबर को इग्नू के साथ एक एमओयू किया था। इसके तहत 2015-16 सत्र से संस्थान के स्नातक और परास्नातक कोर्स में दाखिला लेने वाले छात्रों को इग्नू द्वारा डिग्री मिलनी थी। एमओयू के तुरंत बाद एफडीडीआइ ने यूजीसी को पत्र लिखकर कोर्स चलाने की अनुमति मांगी थी। जवाब नहीं मिलने के बाद दोबारा पत्र लिखा गया। इग्नू ने भी यूजीसी को पत्र लिखा, पर दो माह से अधिक समय बीतने के बाद भी अभी तक यूजीसी ने अनुमति नहीं दी है। ऐसे में नए छात्रों के इग्नू में पंजीकरण को लेकर असमंजस बरकरार है। एमओयू के तहत इग्नू स्नातक के छात्रों को बीएससी और परास्नातक के छात्रों को एमएससी की डिग्री प्रदान करेगा।
डिप्लोमा की परीक्षा देंगे छात्र :
इग्नू में पंजीकरण नहीं होने से छात्र दिसंबर में प्रस्तावित सेमेस्टर परीक्षा में डिप्लोमा कोर्स के अनुसार ही परीक्षा देंगे। जब पंजीकरण हो जाएगा तब डिग्री कोर्स के अनुसार प्रश्नपत्र तैयार किया जाएगा।
पहले से चल रहा है विवाद :
एफडीडीआइ ने वर्ष 2012 में छात्रों को डिग्री देने के लिए मेवाड़ विश्वविद्यालय के साथ एक एमओयू किया था। वर्ष 2014 में यूजीसी ने इस एमओयू को अवैध ठहरा दिया और कहा कि कोई भी प्राइवेट विश्वविद्यालय किसी सरकारी संस्थान के रेगुलर छात्र को डिग्री नहीं दे सकता है। मेवाड़ से एमओयू रद्द होने के बाद एफडीडीआइ फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है।
यूजीसी को दो बार पत्र लिखा जा चुका है। इग्नू ने भी पत्र लिखा है, पर अभी तक यूजीसी का कोई जवाब नहीं आया है। हमें कोर्स चलाने की अनुमति नहीं मिली है।
-संदीप भाटिया, डीजीएम (प्रशिक्षण)
25 प्रतिशत छात्रों ने नहीं जमा की फीस
एफडीडीआइ के विभिन्न कोर्स के करीब 25 प्रतिशत छात्रों ने सेमेस्टर फीस नहीं जमा की है। संस्थान ने इन छात्रों को नोटिस जारी कर शुल्क जमा करने को कहा है।