सपनों की हकीकत देखेंगी अपनों की आंखें
जागरण संवाददाता, नोएडा : वो आज हमारे बीच नहीं है, लेकिन वह यादों में पूरी तरह से जिंदा है। उसकी ह
जागरण संवाददाता, नोएडा :
वो आज हमारे बीच नहीं है, लेकिन वह यादों में पूरी तरह से जिंदा है। उसकी हंसी, उसकी बात और उसके सपनों आज भी हमारी आंखों में तैरते हैं। उसने अपने सपने को पूरा करने के लिए जी-जान से काम किया, उसका सपना पूरा भी हुआ, लेकिन अब वह अपने सपने को साकार होते देखने के लिए जिंदा नहीं है। अब उसके सपनों को हकीकत में बदलते हुए उसकी न सही उसके अपनों की आंखें देख रही हैं। दिल्ली में हुए एक हादसे में शबीना की मौत हो गई। उसकी मौत के बाद उसके सभी दोस्तों को गहरा आघात लगा था। धीरे-धीरे अब उसके दोस्त उस सदमे से बाहर निकलने का प्रयास कर रहे हैं।
शबीना मूलरूप से नेपाल की रहने वाली थी। उसने मॉडल को अपना कॅरियर चुना और खूब मेहनत की। नेपाल से लेकर दिल्ली तक उसने शूटिंग की। वह दिल्ली में अपने दोस्तों के साथ रहती थी। सप्ताह में एक दिन वह नोएडा में अपने दोस्तों से भी मिलने आती थी। शबीना का सपना था कि वह मॉडल और अभिनेत्री के रूप में अपनी पहचान बनाए। इसके लिए उसके कई एलबम में काम किया। दिल्ली में जब उसकी मौत हुई, तो उससे कुछ देर पहले ही वह अपनी फिल्म 'टाइम नैवर कम्स बैक' की शूटिंग कर रही थी। उसकी फिल्म के टाइटल की तरह अब वह वापस नहीं आ सकती, लेकिन उसके एलबम के गाने सोशल साइट पर आ चुके हैं। उसकी फिल्म के रिलीज होने के बारे में अभी कोई निर्णय नहीं लिया जा सका है, लेकिन उसके दोस्तों को उम्मीद है कि फिल्म रिलीज होगी और शबीना के सपनों को हकीकत में बदलते हुए उसके दोस्त अपनी आंखों से देखेंगे। शबीना के दोस्त अर्जुन, ऐना, और नवीन का कहना है कि उसे हमसे दूर हुए करीब एक माह हुआ है। इस बार फ्रेंडशिप-डे पर उसे बहुत मिस करेंगे, जो हुआ, वह दुखद था। हमें इसकी सपने में भी उम्मीद नहीं थी, लेकिन अब ऊपर वाले से दुआ है कि उसकी आत्मा को शांति मिले और उसे देखे हुए सपनों को हकीकत के पंख मिलें।