तंबाकू चबाने वाले का मुंह आपेरशन से खोला
जागरण संवाददाता, नोएडा : तंबाकू चबाना स्वास्थ्य के लिए कितना हानिकारक हो सकता है, इसे प्रदीप वनमाल
जागरण संवाददाता, नोएडा :
तंबाकू चबाना स्वास्थ्य के लिए कितना हानिकारक हो सकता है, इसे प्रदीप वनमाली से बेहतर कोई नहीं समझ सकता। लगातार 22 वर्षो तक तंबाकू चबाने के कारण प्रदीप का मुंह खुलना बंद हो गया था। आपरेशन कराने के बाद वनमाली का मुंह फिर से खुलने लगा। जिसके लिए लगभग साढ़े तीन लाख रुपये खर्च करने पड़े।
नोएडा के व्यवसायी प्रदीप के बहुत अधिक तंबाकू चबाने से अपना मुंह भी पूरा नहीं खोल पा रहे थे। सिर्फ 11 मिलीमीटर यानि 1.1 सेंटीमीटर ही मुंह खुल रहा था, जबकि सामान्यत: मुंह 35-40 मिलीमीटर खुला करता है।
मंगलवार को सर्जरी करने वाले फोर्टिस अस्पताल के (फेसियो-माक्सिलरी सर्जन) - प्लास्टिक, रिकंसट्रक्टिव एंड एस्थेटिक सर्जरी विभाग के सीनियर कंसल्टेंट डॉ रोहित चंद्रा ने बताया कि हमेशा गुटखा चबाते रहने से ऐसा विषैला पदार्थ निकलता है जो गाल की झिल्ली को सख्त कर देता है, जिससे मुंह पूरा नहीं खुल पाता। इस सर्जरी में रोगी के गाल की सख्त झिल्ली हटा कर उसकी जगह चेहरे के हिस्से से स्वस्थ सामान्य टिश्यू फ्लैप (नेसोलाबियल) को लगा दिया गया। सर्जरी के दैरान ही टीम ने मुंह को 44 मिलीमीटर खोल लिया और ऑपरेशन के 6 महीने बाद रोगी अपना मुंह 41 मिलीमीटर तक खोल पा रहा है। इस अवसर पर डायरेक्टर मेजर जनरल यश पाण्डेय, गगन सहगल एवं चिकित्सकों की टीम उपस्थित थी।