एक वर्ष में दूसरी बार करना पड़ा आगजनी का सामना
रणजीत मिश्रा, ग्रेटर नोएडा : दनकौर के बिलासपुर कस्बे में रविवार रात हुई मोबाइल दुकान संचालक रिजवान क
रणजीत मिश्रा, ग्रेटर नोएडा : दनकौर के बिलासपुर कस्बे में रविवार रात हुई मोबाइल दुकान संचालक रिजवान की हत्या के बाद दनकौर पुलिस एक बार फिर संसाधन के अभाव में पिछले पायदान पर खड़ी नजर आई। दनकौर पुलिस के पास आक्रोशित भीड़ से निपटने के लिए कोई आधुनिक संसाधन उपलब्ध नहीं हैं। इसके कारण एक वर्ष के दौरान दूसरी बार दनकौर पुलिस को लोगों के आक्रोश के कारण आगजनी का सामना करना पड़ा। ज्ञात हो कि नौ मई 2014 को दनकौर के लंबा बाजार में व्यापारी नेता मनमोहन गोयल की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। हत्या से आक्रोशित लोगों ने न सिर्फ पुलिस के दामन पर आरोप लगाए, बल्कि कोतवाली में खड़े दर्जनों वाहनों में आग लगा दिया था। इसमें पुलिस की एक पीसीआर सहित कई वाहन जल कर खाक हो गए थे। मौके पर दमकल की गाड़ियां भेज कर पीएसी बल तैनात कर दिया गया था। तीन दिनों तक घटना के विरोध में दनकौर के सभी बाजार बंद रहे थे। रविवार रात एक बार फिर दनकौर को लोगों के आक्रोश के कारण पिछले पायदान पर खिसकना पड़ा। हत्या के विरोध में बिलासपुर के लोगों ने पुलिस चौकी में तोड़फोड़ के बाद बाहर खड़ी एक मोटर साइकिल (लैपर्ड) सहित आधा दर्जन दुकानों (खोके) में आग लगा दी। स्थिति को नियंत्रित करने पहुंची पुलिस पर कुछ असमाजिक तत्वों ने पथराव व फाय¨रग करना शुरू कर दिया था। लिहाजा पुलिस को पांव पीछे खीचना पड़ा। करीब एक घंटे बाद मौके पर पहुंची आसपास के थानों की पुलिस व पीएसी बल ने स्थिति को काबू में किया। एहतियात के तौर पर अभी भी कस्बे में पुलिस व पीएसी बल तैनात हैं।